मोदी की राजनीति में कब किसी सोफिया सफूरा सैफ की जगह बनेगी

ऑपरेशन सिन्दूर महिलाओ के सिन्दूर का बदला लिया सोफिया कुरैशी और व्योमिका ने
मोदी की राजनीति में कब किसी सोफिया सफूरा सैफ की जगह बनेगी
ऑपरेशन में क्या हुआ कितने आतंकी ठिकाने तबाह किए गए किस तरह पहलगाम हमले के बाद बनी परिस्थितियों में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। इस सब से आप वाकिफ हैं। लेकिन देश की मौजूदा परिस्थितियों में सेना ने बिना कुछ बोले हुए जो सामाजिक संदेश दिया है उससे पढ़ने समझने और गुन्ने की जरूरत है ना केवल ऑपरेशन की सफलता के लिए बल्कि इस ऑपरेशन के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर वो मिका सिंह को सामने करके सेना ने जो व्यापक संदेश देने की कोशिश की है।उसके लिए वो बधाई की पात्र है सवाल है कि क्या आप इस संदेश को पढ़ पा रहे हैं हमले का यह तरीका जम्मू और कश्मीर
ये सिर्फ़ इत्तेफ़ाक नहीं है भाजपा के लोग भले नफरत और घृणा को अपनी राजनीति का मूलमंत्र मानते हों जिसकी सरदारी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते नजर आते हैं लेकिन अंदर ही अंदर उन्हें भी महसूस होता है कि हिंदू बनाम मुसलमान का नैरेटिव इस देश को कहीं लेकर नहीं जा सकता सिवाय बर्बादी के

मुसलमानों के प्रति आग उगलने वाले एक नेता को भाजपा ने माथे पर बैठाया और दिल्ली का कानून मंत्री बना डाला देश के गद्दारों को गोली मारो का नारा लगाने वाले एक सांसद को मोदी ने पुरस्कृत करते हुए कैबिनेट मंत्री बना दिया
एक साथ ही मुस्लिम सांसद को भारी लोकसभा में कठुआ मुल्ला आतंकी बोला गया भाजपा के सांसद द्वारा और मोदी के मुँह से बोल नहीं फूटे। मैं जानबूझकर किसी का नाम नहीं ले रहा क्योंकि ये किसी एक नेता की बात नहीं है। एक अंतहीन सूची है लिस्ट हैं ऐसे नेताओं की जो इस सोच की सियासत में अपनी तरक्की की गुंजाइश तलाश रहे हैं
और ये बात उन्होंने खुद नरेंद्र मोदी से सीखी है मुसलमानों को लेकर जितनी ज्यादा नफरत, भाजपा की राजनीति में उतनी ज्यादा तरक्की कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर भूमिका सिंह की देश को संबोधित करने की तस्वीर उस दौर में आई है जब नैनीताल में खून की प्यासी भीड़ बेकसूर मुसलमानों की गर्दनें उतारने के लिए बाजारों में घूम रही है
और कोई शैला ने गी जब इसका विरोध करती है तो एक पल्टन, उनके कपड़े उतार लेने की ख्वाहिशें लिए सोशल मीडिया पर टूट पड़ती है, बाकी की क्या ही बात करे ये तस्वीर उस दौर में आई है जब उसी पहल गांव हमले में शहीद हुए नौसेना के एक अफसर की पत्नी की प्रतिष्ठा, स्वाभिमान और त्याग को सरेबाजार किया गया
ये बात सच है कि हमारी सेना सरहद को महफूज रखने में बेजोड़ है और हमें उस पर नाज है लेकिन क्या हमारी सियासत सरहद के अंदर इस तरह हर नागरिक को महफूज रखने की गारंटी देने की स्थिति में है या फिर उसका नारा धार्मिक उन्माद है, विभाजन है, नफरत है, घृणा है तो ये जो तस्वीर है सोफिया कुरैशी और वो मिका सिंह की ये तस्वीर कह रही है कि देश वो नहीं है जो मंगलसूत्र बेच देने के नारे के शोर में तैयार किया जा रहा है
देश वो है जो 13 साल का मोहम्मद कैफ बना रहा है संभल से लेकर काशी और मथुरा तक फैलाई जा रही नफरत के बीच उसने अंडर 14 क्रिकेट में 280 गेंद में 19 चौके और 12 छक्के के दम पर 250 रन बनाकर उत्तर प्रदेश को चैंपियन बना दिया सोफी ओमिका की उम्मीद बंधाती सुंदर तस्वीर पूछ रही है ये कब तक किसी दलित के घुस जाने पर आप अपने मंदिरों को धोते रहेंगे
कब तक आप किसी दलित बच्चे के मटके से पानी पी लेने पर उसकी जान लेते रहेंगे किसी दलित भोजन माता के खाना पकाने पर अपने बच्चों को स्कूल से निकालते रहो गे ये सवाल बहुत मामूली लगते हैं और आजादी का 78 बरस बाद इन सवालों का कोई अर्थ बचना नहीं चाहिए था, लेकिन देश को जहाँ लाकर खड़ा कर दिया गया है वहाँ ये सवाल बहुत बड़े हो गए
चलते चलते एक और सवाल क्या ये देश जान सकता है कि मोदी अपनी सरकार में अपनी पार्टी में, अपनी सियासत में किसी सोफिया कुरैशी को कब आगे करेंगे कब कहेंगे ये देश तुम्हारे बिना पूरा नहीं बनता कब पूछेंगे तुम्हें हमारे तौर तरीकों से डर तो नहीं लगता
मुझे नहीं पता ये सवाल आपके जेहन में उभरता है या नहीं लेकिन आज जब सोफिया और भूमिका को एक फ्रेम में देखा तो पूछने का दिल हुआ इससे किसी की तौहीन तो नहीं होती मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं फिर भी अगर बुरा लगा हो तो गुस्ताखी माफ़ इस वीडियो में इतना ही
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