सिन्दूर गवाने वाली औरते कायर बेदिल जोशविहीन थी भाजपा संसद की नयी बेशर्मी

पहलगाम में 26 मौतो की जिम्मेदार उनकी पत्निया थी भाजपा संसद की बेशर्मी
सिन्दूर गवाने वाली औरते कायर बेदिल जोशविहीन थी भाजपा संसद की नयी बेशर्मी
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भाजपा के एक बहुत बड़े सांसद ने नरेंद्र मोदी की नाकामियों की वजह से पहलगाम के कत्लेआम में अपने पतियों को खोने वाली महिलाओं को कायर कहा है जी हाँ, ये ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर वोट के बाजार में नरेंद्र मोदी सेना का शौर्य बेचते फिर रहे हैं
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अमित शाह, राजनाथ सिंह और जेपी नड्डा ऑपरेशन सिंदूर को पूरी भाजपा बेचते फिर रही है उसी सिंदूर को कायर और डरपोक कहा है भाजपा के साथ साथ वह जो हमारी थी विराजना ये पागलपन सरासर पागलपन, घटियापन, बकवास और नीच का नरेंद्र मोदी की शान में गुलाटियाँ मारते मारते भाजपा के नेता इस कदर मदहोश हो चूके हैं कि वो न केवल सेना के शौर्य की तौहीन कर रहे हैं, सैनिकों की तौहीन कर रहे हैं
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शहादत की तौहीन कर रहे हैं बल्कि अब वो उन 26 नागरिको की तौहीन पर उतर आए हैं जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लापरवाही की वजह से पहलगाम के बेसरन घाटी में गोलियों से भून दिया गया अभी ये बात कहनी होगी की नरेंद्र मोदी अपने नेताओं की जुबान को लगाम देने में सिरे से नाकाम नाकारा और साबित हुए विजय शाह और जगदीश देवड़ा की बदजुबानी और से देश उबरने की कोशिश कर ही रहा था कि भाजपा के एक और नेता ने पहलगाम के जख्म पर तेजाब डाल दिया
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हरियाणा से बीजेपी के एक सांसद है रामचन्द्र जांगड़ा राज्यसभा के सदस्य हैं भाजपा के बहुत बड़े नेता माने जाते हैं उन्होंने जो कहा है वो मानसिक तौर पर बीमार और लिज़ा लिज़ आदमी ही सोच सकता है और बोलने के लिए तो नीचता की इंतिहा होनी चाहिए
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उन्होंने कहा कि अपना सुहाग खोने वाली महिलाओं में वीरांगना का भाव व जोश नहीं था इसलिए 26 लोग गोली का सिंदूर छीन लिया गया विराट नन्हा नहीं था
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जो स्नेह का जश्न मनाने का दिल नहीं था इससे बड़ी बेशर्मी और क्या हो नरेंद्र मोदी को महान साबित करने के चक्कर में इस सांसद ने मानवता और मर्यादा की सारी लक्ष्मण रेखाएं पार कर वो भिवानी के पंचायत भवन में आयोजित अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान जिला संगोष्ठी कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे इस संबोधन के दौरान भाजपा सांसद ने जो कहा है वो गिरावट का नया अध्याय है
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जांगड़ा ने कहा कि पर्यटक मारे गए अगर वो नरेंद्र मोदी की योजना के मुताबिक ट्रेनिंग लेते और सामना करते हैं तो इतनी मौतें नहीं होतीं देश के युवकों को जो ट्रेनिंग नरेंद्र भाई मोदी जी देना चाहते हैं अगर वहाँ पर हमारे पिल्ग्रिम्स वहाँ पर हमारे यात्री अभी वो ट्रेनिंग पास ही में होते
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उग्रवादी 26 साल में गोली मार सकते ये बेहयाई के इम्तिहान अगर भाजपा के इस सांसद का इशारा सैनिक ट्रेनिंग के तरफ हैं तो उन्हें बताना चाहिए कि ये ट्रेनिंग कहाँ होती है और क्या ये आम नागरिको के लिए उपलब्ध है
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लेकिन अगर उनका इशारा अग्निवीर योजना की तरफ है तो फिर ये मूर्खता की बेइंतिहा है क्योंकि आम नागरिको के लिए नहीं है ये आम फोर्स इसमें बकायदा शामिल होने की योजना है दूसरे, इस योजना के लिए लाखों नौजवान कड़ी तैयारी करते हैं और वही बाहर रह जाते हैं गिने चुने लोगों को नौकरी मिल पाती है फिर ये जाहिल सोच आई कहाँ से कि मोदी के हिसाब से ट्रेनिंग ली होती
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तो इतने लोग नहीं मारते लेकिन रामचन्द्र जांगड़ा जान गवाने वालों की तौहीन पर यहीं नहीं रुकते अगर मूर्खता का कोई विश्वविद्यालय होता तो भाजपा सांसद जांगड़ा उसके निर्विवाद वाइस चान्सलर होते हैं ज़ाहिर से जाहिल आदमी भी नहीं सोच सकता है की ऑटोमेटेड हथियारों से लैस हमलावारों को लाठी डंडे के ज़ोर पर खत्म किया जा सकता है
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लेकिन ये कहना की अपना सुहाग खोने वाली महिलाओं में वीरांगना का भाव और जोश नहीं था, इसलिए 26 लोग गोली का शिकार बन गए सिर्फ जाहिलियत नहीं है इससे ज्यादा संवेदनहीनता है और इससे भी ज्यादा निर्लज्जता और बेहूदगी लेकिन रामचन्द्र जांगडा की बेशर्मी या कोई नई नहीं है इस मामले में वह पीएचडी हैं किसान आंदोलन के समय उन्होंने किसानों को मुफ्त की रोटियां तोड़ने वाला और पियक्कड़ बताया था उन्हें देश की बिमारी बताया था
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उन्होंने कहा था ये कोई किसान नहीं है वहाँ पर वह गांव के कुछ लफंगे है , जिनको चाहिए गांव में खाली बैठा लो, चाहे आंदोलन में बुला लो, उनका कोई काम नहीं होता है फ्री की रोटियां खाते हैं, फ्री की दारू पीते हैं और उनको कोई वो घर वाले भी उनसे निजात पा लेते हैं
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भाई बड़े खुश हैं हम चलो यहाँ से एक बिमारी चली गई उन्हें मुफ्त की रोटियां तोड़नेवालों पियक्कड़ों और देश की बिमारी के आगे हाथ जोड़कर मोदी को तीनों काले कृषि कानून वापस लेने पड़े थे
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और कहना पड़ा था कि मेरी तपस्या में ही कोई कमी रह गई हो
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मोदी जी ने कहा था मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए सच्चे मन से और पवित्र हृदय से कहना चाहता हूँ कि शायद हमारी तपस्या में ही कोई कमी नहीं होगी
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आपकी तपस्या में कोई कमी नहीं है, बादशाह ऐसे छंटे हुए नगीने बिना तपस्या के मिल ही नहीं सकते मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह ने 11 मई को इंदौर के महू में राय कुंडा गांव में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय सेना के कर्नल सुफिया कुरैशी को आतंकवादियों की बहन करार दे दिया था
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देश के सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पूरे देश का सिर आपने नीचा कर दिया है ये बीमार सोच है, लेकिन इसी बीमार सोच को भाजपा ने माथे पर बैठा रखा है और चिपका रखा है अब तो पूरी लाइन लग चुकी है ऐसी बीमार सोच वालों की जिन्होंने हमारी बेटियों के सिन्दूर पर घटिया सोच रखते है
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भाजपा की इसी जिम्मेदारी को आगे बढ़ाने और सजाने की भाजपा के इस महान परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उसी मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने 16 मई को जबलपुर में सिविल डिफेंस वॉलंटिअर्स के प्रशिक्षण कार्यक्रम में कह दिया कि पूरा देश देश की वो सेना वो सैनिक नरेंद्र मोदी के चरणों में नतमस्तक है
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और अब रामचन्द्र जांगड़ा ऐसी बहन पर अयोध्यावासी सियाराम जी भी कहते होंगे राम राम ऐसा काम लेकिन जैसे शर्म आ जाए और शर्मिंदगी हो पर सुधार ही कर ले वो भाजपा ही क्या
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