ऑपरेशन सिंदूर राजनीतिक बाजार में बिकना शुरू हो गया है

ऑपरेशन सिंदूर राजनीतिक बाजार में बिकना शुरू हो गया है
ऑपरेशन सिंदूर राजनीतिक बाजार में बिकना शुरू हो गया है
-
ऑपरेशन सिंदूर तो खत्म हो गया लेकिन ऑपरेशन सिंदूर का धंधा उसका कारोबार अब शुरू हुआ है और ये धंधा शुरू किस ने किया है ये धंधा शुरू किया है खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी ने अब ऑपरेशन सिन्दूर जो है, सियासत के बाजार में उतार दिया गया है और सियासत के बाज़ार से भी ज्यादा साफ तरीके से कहें तो चुनाव के बाजार में उतार दिया गया है
-
हमने कई बार इस पर चिंता जताई थी और हमने पूछा था कि इस बात की गारंटी कौन लेगा की ऑपरेशन सिंदूर का चुनावी लाभ लेने की कोशिश नहीं करेंगे नरेंद्र मोदी या भारतीय जनता पार्टी इसे एक हथकंडे की तरह नहीं अपनाएगी क्या भारतीय जनता पार्टी ने ऑपरेशन सिन्दूर चलाया
-
ऑपरेशन सिन्दूर चलाया है जांबाज सैनिकों ने हमारे बहादुर लड़ाकों ने जवानों ने शहादत की कीमत किसने चुकाई, उन शहीदों के परिवारों ने, माओ ने, बहनों ने, बच्चों ने, पत्नियों ने और इसका फायदा कौन लूटने जा रहा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कम से कम हो इसकी कोशिश कर रहे हैं
-
भारतीय जनता पार्टी है, ज़रा पोस्टर देख लीजिए हरियाणा भारतीय जनता पार्टी का ये जो है कार्यक्रम है और ऊपर ही लिखा हुआ है ऑपरेशन सिंदूर हम इसलिए कह रहे है की ऑपरेशन सिंदूर को हाइजैक करने की कोशिश कर रही है
-
भारतीय जनता पार्टी उसका धंधा कारोबार करने की कोशिश कर रही है भारतीय जनता पार्टी भारतीय जनता पार्टी ऑपरेशन सिंदूर का इस्तेमाल कैसे कर सकती कोई सरकार करे तो करे, भारत सरकार कर सकती है, सरकारी कार्यक्रम चलाए जा सकते हैं,
-
लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के साथ तिरंगा लगाकर अपने ऑपरेशन सिंदूर तिरंगा यात्रा निकाल दी अपने नहीं ये संकल्प लिया था आंतकवाद को मिट्टी में मिलाने का किसकी जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है इसी बात की चिंता थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल इतना बड़ा हो ही नहीं सकता
-
इतना उदार हो ही नहीं सकता की वो इस तरह के छोटे भाई यापन से ऊपर उठ सके पूरे विपक्ष ने साथ दिया भाजपा का, नरेंद्र मोदी का सरकार का एक सुर में कहा कि आप जो चाहते है करिए लेकिन इसकी इजाजत नहीं थी
-
ऑपरेशन सिंदूर कोई नरेंद्र मोदी का ऑपरेशन नहीं था ऑपरेशन सिंदूर कोई भारतीय जनता पार्टी का ऑपरेशन नहीं था ऑपरेशन सिंदूर सेना का ऑपरेशन था तो क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीजफायर की खीज मिटाने की कोशिश कर रहे हैं
-
वो जो बौखलाए हुए हैं वो क्या कह रहे हैं आदमपुर गए छावनी और वहाँ से उन्होंने क्या किया आदमपुर छावनी का इस्तेमाल जो है चुनावी लाभ के लिए किया की घर में घुसकर मारेंगे, नेस्तनाबूद कर देंगे पता नहीं क्या क्या उन्होंने कहा ज़रा सुन लीजिये
-
भारत की लक्ष्मण रेखा अब ये एकदम स्पष्ट है आप फिर कोई टेरर अटैक हुआ तो भारत जवाब देगा अब का जवाब देगा ये हमने सर्जिकल स्ट्राइक के समय दिखाएं। देखा है और आपको ऑपरेशन सिन्दूर भारत का न्यू नॉर्मल है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 दिन पहले राष्ट्र के नाम संदेश देते फिर वही बात जाकर छावनी से दोहराते ह
-
कुछ गडबड नहीं लगता आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से आधे घंटे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमने करवाया है सीस फाइर उसके 1 दिन पहले भी कहा कि हमने करवाया है सीस फाइर एक बार और कहा कि हमने करवाया और हम कश्मीर पर मध्यस्थता भी करेंगे नरेंद्र मोदी की जुबान से बोली नहीं फूटी
-
पूरा विपक्ष पूछ रहा है इमरान मसूद तो कुछ ज्यादा ही पूछ रहे हैं कांग्रेस के सांसद वो कह रहे है की क्या अमेरिका हमारा बाप है जो सीजफायर करवाएगा नरेंद्र मोदी से एक शब्द नहीं निकला उनके मुँह से और वो चले आये सेना के शौर्य का धंधा करने, सेना के शौर्य का कारोबार करने जो सैन्य नैतिकता है वो इस की इस सियासत की इजाजत नहीं देती है
-
ऐसा क्यों कर रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्रीय ताकतों के सामने तो उनकी घिग्घी बंध जाती है चीन का नाम आया साफ साफ कि चीन ने पाकिस्तान की मदद की। पीछे से सामने नाटक जरूर पाकिस्तान कर रहा था, लेकिन ताकत चीन अमेरिका की थी डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, हमने करवाया तो चीन और अमेरिका जो है एक कह रहा है कि युद्ध हमने करवाया और दूसरा कह रहा है हमने रुकवाया और पाकिस्तान जो है वो दोनों के बीच में खेल खेल रहा
-
साफ साफ जीस तरीके से सीजफायर के ऐलान के बाद चीन का बयान आया है उस साफ बताता कि पाकिस्तान के पीछे वो था लेकिन नरेंद्र मोदी की लाल लाल आंखें चीन पर कुछ नहीं होती, एकदम सफेद पड़ जाती है अमेरिका के सामने तो कई बार सफेद पड़ गई एक बार भी नहीं कहा कि डॉनल्ड ट्रंप बकवास कर रहे है सरासर झूठ बोल रहे है मोदी की बोली नहीं फूटी
-
या कम से कम भारत इसको स्वीकार नहीं करता है एक बार भी नरेंद्र मोदी ने नहीं कहा की डोनाल्ड ट्रंप ने जो कहा है कि हमने सीस फाइर करवाया है, इसमें कोई दम नहीं है अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आप चाहे जितनी खिल्ली उड़ा ले, आप चाहे जितनी बातें बना लें लेकिन डॉनल्ड ट्रंप जीस कुर्सी पर बैठे हुए हैं उस कुर्सी पर बैठकर जो वो बात कर रहे हैं उसको ना हल्के में नहीं लिया जा सकता है,
-
ना हवा में उड़ाया जा सकता है नरेंद्र मोदी कुछ नहीं बोलते तो ये जो कार्यक्रम आप देख रहे हैं ऑपरेशन सिंदूर लोकसभा तिरंगा यात्रा बिहार में चुनाव होने वाला उसके बाद बंगाल में चुनाव होगा असम में विधानसभा का चुनाव होगा लगातार बिहार चुनाव चुनाव उत्तर प्रदेश का नंबर आ जायेगा तो ये पूरी लिस्ट बनकर तैयार हैं
-
ऑपरेशन सिंदूर राजनीतिक बाजार में बिकना शुरू हो गया है -
हरियाणा के लिए स्टॉक है, ये देख लीजिये भारतीय जनता पार्टी हरियाणा ऑपरेशन सिंदूर, लोकसभा तिरंगा यात्रा इसका नाम ही रखा गया है समझ में आ रहा होगा कि ये तिरंगा यात्रा जो है ऑपरेशन्स इंदूर के नाम पर वो दरअसल भाजपा के लिए चुनावी धंधा है 14 और 15 मई का कार्यक्रम है अंबाला। कुरुक्षेत्र, करनाल, सोनीपत, रोहतक, हिसार, सिरसा, भिवानी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम और फरीदाबाद मतलब इन लोकसभा क्षेत्रों से वो यात्रा निकाली जाएगी
-
ऑपरेशन सिंदूर तिरंगा यात्रा निकाल रही है भारतीय जनता पार्टी तो सवाल यह बनता है कि क्या नरेंद्र मोदी कभी भी जिंस तरीके से पूरा विपक्ष ने पूरी उदारता के साथ पूरे दिल के साथ बार बार कहा कि हम सेना के शौर्य का अभिनंदन करते हैं और सरकार के फैसले के साथ क्या उस बड़प्पन के पास भी और 24 घंटे भी रह पाए नरेंद्र मोदी एक सुर में कहा था, पूरे विपक्ष ने ये हम इस पर सियासत नहीं करेंगे, हम इस पर राजनीति नहीं करेंगे
-
ये सैन्य बहादुरी का अपमान होगा भारत एकजुट नजर आना चाहिए और ये ऑपरेशन से दूर तिरंगा यात्रा नरेंद्र मोदी ने एक बार भी नहीं कहा कि सारा सारा देश निकाले, मिलकर तिरंगा यात्रा सरकारी कार्यक्रम करेगी, उसमें सारे दलों को शामिल करेंगे प्रधानमंत्री तो ऐसी ऐसी बात है की सर्वदलीय बैठक हुई, दो बार हुई और नरेंद्र मोदी ने उसमें शिरकत करने की जरूरत नहीं समझी
-
और एक बात उन भक्तों के लिए जो ये मार दूंगा, फाड़ दूंगा, घुस जाऊंगा और धूल में मिला दूंगा इस वाले नैरेटिव को आगे ले जाने की कोशिश कर रहे हैं सीज फाइर अचानक से किए जाने पर उठे सवालों के बीच उनको ज़रा जनरल एमएम नरवाने का बयान पढ़ना चाहिए और सुनना चाहिए
-
आर्मी के पूर्व चीफ रहे हैं थल सेना के अध्यक्ष रहे उन्होंने कहा क्या कहा उन्होंने कहा कि युद्ध जो है वो कोई बॉलीवुड फ़िल्म नहीं है जिसको बैठकर आप चिल्ल करें नरेंद्र मोदी चिल्ल करने की कोशिश कर रहे हैं
-
और उनके पीछे पीछे उनके चैले करने की कोशिश कर रहे हैं कोई कह रहा है कि कराची ले लो, कोई कह रहा है लाहौर ले लो कोई कह रहा है रावल पिंडी ले लो, कोई कह रहा है इस्लामाबाद ले लो, कुछ तो कह रहे हैं सब ले लिया
-
नक्शे से मिटा दिया पाकिस्तान के और उसी रोज़ पता ही नहीं था टेलिविज़न चैनलों के उन बहादुरों को हो गया वो तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बताया कि लल्ला सीजफायर करवा दिया, हमने करवाया भारत पाकिस्तान दोनों को डांटा चौक और दोनों चुप बैठ के नरेंद्र मोदी की जुबान से एक बोल नहीं फूटा
-
ये अमेरिका गलत बयानी कर रहा है डोनाल्ड ट्रम्प का नाम नहीं लेना था मत लेते अमेरिका तो कह सकते थे कुछ घूमा फिराकर तो कह सकते थे कि भारत किसी भी सूरत में इसको स्वीकार नहीं करेगा ये कूटनीतिक जो झटका लगा और झटका से ज्यादा का ये सदमा लगा है
-
और यह सदमा कोई नरेंद्र मोदी या भाजपा को या भारत सरकार को नहीं, यह भारत देश को लगा है और इसके लिए जिम्मेदार है नरेंद्र मोदी तो ये जो कारोबार शुरू किया है ऑपरेशन्स इंदूर के नाम पर यहाँ कहना बनता है कि भाजपा का असल ऑपरेशन सिंदूर अब शुरू हुआ नाखून तक नहीं कटाया है भाजपा के लोगों ने नाखून तक नहीं और चले आए ऑपरेशन सिंदूर को सियासत के बाजार में बेचने इतिहास इसको कैसे दर्ज करेगा ना कहने की जरूरत है ना बताने की जरूरत है बस इस छुटभैये अपन को समझने की जरूरत है
ऑपरेशन सिंदूर राजनीतिक बाजार में बिकना शुरू हो गया है
भाजपा ने ऑपरेशन सिन्दूर पर राजनीती और वोट मांगना शुरू कर दिया
क्या मोदी को यूक्रेन से सीखना चाहिए l बॉलीवुड संकट के समय गायब था
क्या भारत की ब्रह्मोस मिसाइल ने ठोके पाकिस्तान के कई परमाणु हथियार
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
Leave a Reply