मोदी ने पाकिस्तानी यूट्यूब चैंनल बैन करके पहलगाम हमले का बदला ले लिया

मोदी ने पाकिस्तानी यूट्यूब चैंनल बैन करके पहलगाम हमले का बदला ले लिया
गलवान घाटी में 20 जवान शहीद हुए उसके बदले में मोदी ने टिकटॉक समेत चीन के 200 ऐप बैन कर दिए थे। पाकिस्तानी आतंकियों ने पहलगाम घूमने गए हमारे 27 भारतीय नागरिको को मौत के घाट उतार दिया। उसके बदले में हमने पाकिस्तानी सरकारी अकाउंट इंडिया में बैन कर दिया और 16 यूट्यूब चैनल बैन कर दिया है। अब लाल आंख वाले साहब जी को अपना नाम नरेंद्र की जगह बेंद्र कर लेना चाहिए। दोस्तों इनसे अच्छी तो इंदिरा गाँधी थीं औरत थी, 56 इंच का सीना नहीं था
खुद को शेर चीता भालू नहीं करवाती थी लेकिन पाकिस्तान से बांग्लादेश छीनकर नया देश बना दिया था पाकिस्तानी सेना को घुटनों के बल बैठाकर सरेंडर करवाया था पाकिस्तान का कोई नागरिक नहीं मारा सिर्फ भारत ने ये कहा कि पाकिस्तान आतंक फैला रहा है भारत के लोगों को पाकिस्तानी आतंकियों ने मारा बस इतने में ही पाकिस्तान ने कहा कि हमने अपने 130 परमाणु बम नींबू मिर्च लटकाने के लिए नहीं रखे हैं
हम भारत पर परमाणु बम मार देंगे नागरिक हमार खून हमारे लोगों का भाव और युद्ध की धमकी भी हमें ही मिल रही है। पाकिस्तानी रेल मंत्री हनीफ अब्बासी को सुनिए फिर आगे बात करती हूँ उन्होंने क्या दिया ने कहा अगर अगर हमारा पानी बंद करेंगे तो फिर जंग के लिए तैयार हो जाये
ये जो गौरी शाहीन गजनवी ये चोको में सजाने के लिए नहीं हमने रखते हुए ये हमने हिंदुस्तान के लिए रखे हैं। हाँ ये जो 130 हमारे पास वेपन है वो हमने सिर्फ मॉडल बनाने के लिए नहीं रखी हुई है हम ने क्या धमकी दी हमने कहा की तुम्हारा पानी रोक देंगे
वो भी झूठ कहा हमारे पास पानी रोकने का कोई बड़ा सिस्टम अभी तक है ही नहीं। उससे बनने में कम से कम 10 साल लगेंगे तो शाहिद अफरीदी। ये कह रहा है कि भारत की सरकार ने खुद अपने ही नागरिक मार लिए और एग्जाम पाकिस्तान के ऊपर डाल दिया।
उसके साथ भारत सरकार के गृह मंत्री का लड़का क्रिकेट देखता है। भारत सरकार की पूर्व सूचना प्रसारण मंत्री क्रिकेट देखते हैं और ये लोग दूसरों को देशभक्ति का सर्टिफिकेट बांटते घूम रहे हैं। मेरे ख्याल में हर चीज़ आप 1 घंटे का 1 घंटे तक दहशतगर्द वहाँ दहशत गर्दी करते रहे। ठीक है वहाँ तक 8,00,000 फौज में से कोई नहीं आया और जब आये तो 10 मिनट के ऊपर पाकिस्तान पर इलज़ाम लगा दिया तो आई मीन के खुद ही ब्लंडर्स मारते रहते हैं खुद ही लोगों को मरवा देते हैं फिर उनकी वीडियो दिखाते है की नहीं वो तो जिंदा है दोस्तों
चीन ने पाकिस्तान को समर्थन दे दिया है। चीन का कहना है कि पाकिस्तान उसका सबसे अच्छा मित्र है। इसीलिए युद्ध के समय वो पाकिस्तान की रक्षा करेगा। कहने का मतलब यह है दोस्तों कि अगर भारत ने पाकिस्तान पर हमला किया तो चीन चुप नहीं बैठेगा। अब सवाल ये है कि पिछले 11 सालों में हम अपना एक भी पड़ोसी ऐसा क्यों नहीं तैयार कर पाए जो यह कहे कि पाकिस्तान पर चढ़ाई करो हम तुम्हारे साथ हैं। दूसरा सवाल ये है दोस्तों कि हम इतने सालों में अपनी छवि दबंग वाली क्यों नहीं बना पाए हम ऐसी छवि क्यों नहीं बना पाए की हमारे सामने हमारे दुश्मन का साथ देने की हिम्मत कोई पड़ोसी देश सपने में भी नहीं कर पाता दोस्तों। मोदी सरकार ने पिछले 11 सालों में ईडी सीबीआइ इनकम टैक्स इन सबका इस्तेमाल विपक्ष को डराने के लिए किया विपक्ष के सामने अपना खौफ बनाया। लेकिन बतौर सरकार पड़ोसी मुल्कों में अपना खौफ पैदा करने में नाकाम रहे और यही वजह है कि आज भारत पाकिस्तान युद्ध की स्थिति में चीन पाकिस्तान की मदद करने के लिए खुली पेशकश कर रहा है। लेकिन भारत का कोई भी मित्र देश ये नहीं कह रहा है कि पाकिस्तान पर हमला करो हम तुम्हारे साथ हैं। भारत के मित्र देश आतंकवाद की निंदा कर रहे हैं लेकिन आतंकवादी देश पर चढ़ाई करने के लिए अपनी तरफ से कोई समर्थन नहीं कर रहे हैं। इससे यह साबित होता है की पाकिस्तान भले ही भूखा मर रहा भले ही चीन की नजर पाकिस्तान के संसाधनों पर है
इसीलिए उसका सपोर्ट कर रहा हूँ लेकिन खुलेआम भारत के खिलाफ़ चीन पाकिस्तान का सपोर्ट कर रहा है। चीनी विदेश मंत्री वांग ने पाकिस्तान का सपोर्ट करने की बात कही है। मैं मीडिया की तरह आपको हवा में कुछ नहीं पता थी। दोस्तों जैसे गोदी मीडिया ने बिना सिर पैर की बात फैलाई कि भारत ने सिंधु का पानी बंद कर दिया। अब पाकिस्तान पैसा मर जाएगा झूठ है ये भारत की सरकार ने कोई पानी बंद नहीं किया है ना ही बंद कर सकती है
अगले। दसवीं साल तक मोदी ने अब तक नहीं कहा कि वो पाकिस्तान को सबक सिखाएंगे। मोदी ने ये कहा ये आतंकवादियों को वो कल्पना से भी बड़ी सजा देंगे। कल्पना से भी बड़ी सजा मिले गी 140,00,00,000 भारतवासियों की इच्छा ही है कहीं पाकिस्तान का नाम नहीं लिया क्यों खुलकर पाकिस्तान से मैन टू मैन बात नहीं करते बिरयानी खाने खुद
पहुँच जाते हैं। आतंकवाद के मुददे पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से बात नहीं कर पा रहे है। क्यों सीधा चैलेंज नहीं कर पा रहे हैं अब फ़ोन का बैलेंस खत्म हो गया है क्या दरअसल दोस्तों पिछले 11 सालों में बहुत सी चीजें बदली हैं अब साहब को पाकिस्तान पर हमला करने की अनौपचारिक इजाजत अपने उद्योगपति मित्रों से लेनी पड़ेगी। वहाँ पूछना पड़ेगा की भैया अगर आपके शहर ना गिरे तो मैं सेना पाकिस्तान पर हमला कर लो अब देश की भावनाओं से ज्यादा धन्नासेठों के धंधों को देखना पड़ेगा
इससे स्थिति पर देश को पहुंचा दिया गया है। एक मूवी का सीन मैं आपको दिखा रही हूँ उससे आप और से ठीक समझ पाएंगे की नेताओं ने कैसे कश्मीर को इस्तेमाल किया है। सर एक बात पुछू पुछू सर इतने पढ़े लिखे समझदार लोग हैं चारों तरफ़। फिर ये हमेशा के लिए कश्मीर का प्रॉब्लम सॉल्व नहीं कर रहे।
जब किसी प्रॉब्लम से बहुतों को फायदा हो रहा हो तो उसे सॉल्व नहीं करते। उसे बरकरार रख दे। कश्मीर जगह का नाम नहीं है शायद कश्मीर एक पूरी की पूरी इंडस्ट्री पांच सारी दुकानें चल रही है यहाँ पे गोदी मीडिया और भाजपा मिलकर देश को केवल बेवकूफ बनाते हैं भाजपा ने पिछले 11 सालों में जो किया वो सब अपने लिए किया अपनी पार्टी के लिए किया। अगर हमारी विदेश नीती धासु होती तो हम आज पाकिस्तान को आतंकवाद के मुददे पर घुसकर मारते लेकिन वैसा नहीं हो सकता। भाजपा ने सिर्फ सत्ता में बने रहने के लिए पिछले 11 वर्षों से और उसके पहले से भी केवल हिंदू मुसलमान किया
अब जब लाल आंख पाकिस्तान को दिखाने की बारी आयी। तो मोदी सर्वदलीय बैठक से भाग खड़े हुए। विडिओ खत्म नहीं हुआ है। दोस्त अब मैं आपको बताती हूँ उस औरत की कहानी जिसने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था। ना इंदिरा गाँधी नाम की वो औरत 56 इंच की छाती वाला प्रोपगेंडा फैलाती थी ना उसे बचपन में मगरमच्छ के दांत गिरने का शौक था ना वो ढंग का पति थी
ना वो नन बाइलोजिकल थी ना वो विष्णु का अवतार थीं। न वो भाषणों में पाकिस्तान को धूल चटा देने की बकलोली करती थी। वो लाल, पीली नीली आँखों की बात भी नहीं करती थी। फिर भी पाकिस्तान को घुटनों पर बिठाकर रहम की भीख मंगवाकर सरेंडर करवाया था। पूर्वी पाकिस्तान को बांग्लादेश नाम का नया देश बना दिया था। बहुत बातें करने वाले मोदी नया जिला तक नहीं बना पाए। सिर्फ अपने ही देश के जिलों के नाम बदल रहे हैं दोस्तों। मसला ये था
कि पूर्वी पाकिस्तान जो आज का बांग्लादेश है वहाँ पाकिस्तानी सेना ने बंगाली आबादी पर भारी अत्याचार किया जिसके कारण लाखों शरणार्थी भारत में आईं। इंदिरा गाँधी ने इसे मानवीय रणनितिक संकट के रूप में देखा। इंदिरा गाँधी ने वैश्विक मंच पर पूर्वी पाकिस्तान में हो रहे अत्याचारों को उजागर किया। उन्होंने विश्व नेताओं से समर्थन मांगा और भारत की स्थिति को मजबूत किया। भारत सोवियत मैत्री संधि जो अगस्त 1971 में हुई थी उसने भारत को सामरिक लाभ दिया। भारतीय सेना जनरल सैम मानिकशॉ के नेतृत्व में पूरी तैयारी के साथ युद्ध में उतरी मुक्तिबाहिनी जो कि बंगाली गुरिल्ला लड़ाकों थे उनके साथ मिलकर भारतीय सेना ने पूर्वी पाकिस्तान में तेजी से हमले किए। 3 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान में पश्चिमी सीमा पर भारत पर हमला किया
जिसके जवाब में भारत ने पूर्ण युद्ध शुरू किया है। मोर्चों पर भारतीय सेना ने ढाका की ओर से तेज़ी से पूछ किया। 16 दिसंबर 1971 को भारतीय सेना और मुक्ति वाहिनी ने ढाका पर कब्ज़ा कर लिया। पाकिस्तानी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के सामने आत्मसमर्पण किया।
ये ऐतिहासिक घटना ढाका के रमना केस कोर्स में हुई थी इंदिरा गाँधी ने साहसिक निर्णय दिए, सेना को पूर्ण समर्थन दिया और वैश्विक दबाव विशेष तौर पर अमेरिका के दबाव को नहीं माना। उनकी कूटनीति और उनका दृढ़ नेतृत्व ने भारत की जीत को सुनिश्चित की और बांग्लादेश के निर्माण में मदद की। इंदिरा गाँधी की रणनीति दृष्टि सैन्य समन्वय और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तानी सेना के आत्मसमर्पण को संभव बनाया
जो भारत के लिए एक ऐतिहासिक विजय आज की तरह नहीं है कि विदेशों में डंका बजाने का ढोल 11 साल से। बजाया जा रहा है। लेकिन हमारे ही नागरिक की हत्या के बाद हमारी सरकार पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल बैन कर रही है। पाकिस्तानी सरकार का ट्विटर बैन कर रही है, ये है हमारा बदला ये है आतंकियों को करारा जवाब ऐसे सशक्त भारत ने सिखाया भूखे नंगे पाकिस्तान को सबक अगर ये पाकिस्तान को जवाब है अगर ये आतंकवादियों की कमर तोड़ने का तरीका है
तो उद्योगपति सेवकजी पर हम न न बायोलॉजिकल जी डंका पति महोदय आप कुर्सी से उतर जाइए किसी योग्य व्यक्ति को वहाँ बैठने दीजिये जिसका हृदय अपने नागरिको के लिए धड़कता
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