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12/05/2025

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किसकी गारंटी पर मोदी ने पाकिस्तान पर भरोसा किया l क्या मोदी ट्रम्प के दबाव में आ गए

ट्रम्प ने खुलकर मोदी और भारत का साथ क्यों नहीं दिया ट्रम्प ने मोदी से यारी क्यों नहीं निभाई

किसकी गारंटी पर मोदी ने पाकिस्तान पर भरोसा किया क्या मोदी ट्रम्प के दबाव में आ गए

  • क्या ट्रंप ने चेतावनी देकर सीजफायर कराया ट्रम्प ने तो यही कहा है कि उन्होंने व्यापार की धमकी देकर टकराव रुकवा दी मैंने धमकाया मैंने रुकवाया और दोनों मान गए ट्रंप ने कहा है गजब की उनकी टाइम इन थी सुबह से भारत में खबर चल रही थी कि 12 मई की रात 8:00 बजे प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन होगा लेकिन ठीक उनके संबोधन से पहले ट्रंप का संबोधन शुरू हो जाता है थी तो उनकी प्रेस कॉन्फ्रेन्स। लेकिन ट्रम्प भी लिखा हुआ भाषण पढ़ रहे थे

  • संबोधन की तरह 13 मई के अखबारों में आप देखिएगा एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी का बयान होगा कि पाकिस्तान को धूल चटा दी और दूसरी तरफ ट्रंप का बयान होना चाहिए कि मैंने धमकाकर टकराव रुकवा दिया दोनों देशों को व्यापार की धमकी दी तब जाकर रुक गए जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन समाप्त हुआ, गोदी चैनलों पर धूल चटा दी को लेकर तूफान मचने लगा क्या आपको गोदी मीडिया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को और ट्रम्प के दावों को एक साथ रख कर दिखायेगा

  • की एक ही दिन दुनिया के दो मुल्कों के प्रमुख एक ही घटना को लेकर एक ही घंटे के भीतर कितनी अलग अलग बातें कर रहे हैं

  • व्हाइट हाउस में ट्रंप की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो जाती है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जीस तरह से ट्रंप वो रुकवाने की बात करते हैं वे वो रुकवाने वाले नए पापा बन जाते हैं प्रेस कॉन्फ्रेन्स सुनने के बाद लगा कि प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में अमेरिका को लेकर कुछ तो टिप्पणी करेंगे, लेकिन उन्होंने अमेरिका का नाम तक नहीं लिया

 

किसकी गारंटी पर मोदी ने पाकिस्तान पर भरोसा किया  क्या मोदी ट्रम्प के दबाव में आ गए
  • अब आप बताइए भारत के प्रधानमंत्री अपने संबोधन में अमेरिका का नाम तक नहीं लेते और ट्रंप अमेरिका का नाम लेते हैं कि अमेरिका ने ट्रेड का हवाला देकर भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव रुकवा दी प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह तो कहा कि आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं होगा, लेकिन ट्रंप उनके संबोधन से थोड़ी देर पहले लिखा हुआ भाषण पढ़ रहे हैं कि व्यापार का नाम लेकर दोनों के बीच सुलह करवा दी है

  • भारत की तरफ से जो दावे किए जा रहे थे कि भारत का मकसद पूरा हो गया था इसलिए सीजफायर हुआ अब यहाँ से ये दलील भी संदेह के दायरे में आ सकती है जनता सवाल पूछेगी कि क्या वाकई भारत का मकसद पूरा हो गया था ऑपरेशन सिंदूर का मकसद व्यापार तो था नहीं जिस समय ट्रंप ने ये बात कही उसके कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में कहते हैं कि 10 मई की दोपहर पाकिस्तान ने भारत के डीजीएमओ को फ़ोन किया वो दुनिया भर में तनाव कम करने के लिए गुहार लगा रहा था

  • लेकिन ट्रंप साहब तो कुछ और कह रहे हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों को यह चेतावनी दी कि टकराव नहीं रुका तो व्यापार बंद कर देंगे दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन्स पाकिस्तान की मिसाइलें भारत के सामने तिनके की तरफ बिखर गई भारत के सशक्त एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया भारत के ड्रोन्स भारत की मिसाइलों ने सटीकता के साथ हमला किया

  • पाकिस्तानी वायुसेना के उन एयरबेस को नुकसान पहुंचाया जिसपर पाकिस्तान को बहुत घमंड था भारत ने पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया जिसका उससे अंदाजा भी नहीं था इसलिये भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा

  • पाकिस्तान दुनिया भर में तनाव कम करने के लिए गुहार लगा रहा था और बुरी तरह पीटने के बाद इसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे संपर्क किया तब तक हम आतंकवाद के इनफ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर तबाह कर चूके थे

  • आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया था पाकिस्तान के सीने में बसाये गए आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था प्रधानमंत्री मोदी कह रहे हैं पाकिस्तान ने गुहार लगाई पाकिस्तान की गुहार पर प्रधानमंत्री मोदी का यह भरोसा करोड़ों भारतीयों के मन में संदेह पैदा करेगा अगर भारत इतनी ही तबाही कर रहा था जो कि कर भी रहा था सेना की बहादुरी शानदार थी भारतीय सेना के तीनों अंग शानदार बहादुरी का प्रदर्शन करते हुए हर मोर्चे पर लड़ रहे

  • लेकिन भारत की सरकार प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान के मौखिक दावे पर कैसे रुक गए क्या यह बात हजम होती है अभी तक तो सीजफायर पर भरोसा नहीं किया जाता था और आप उसके एक वादे पर उसकी गुहार पर आपने ऑपरेशन रोक दिया, क्या पाकिस्तान ने उन चारों आतंकवादियों के नाम बता दिए जो पहलगाम आतंकी हमले में शामिल थे अगर गुहार पर इतना भरोसा कर सकते थे तो उससे उन चार आतंकवादियों के नाम भी पूछ लेते, कह देते कि उन्हें हमारे हवाले कर दीजिए

  • एक ही शाम है अमेरिका के राष्ट्रपति कुछ और कहते हैं भारत के प्रधानमंत्री कुछ और सवाल है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका का नाम तक नहीं लिया जबकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अमेरिका का शुक्रिया अदा किया हम यह नहीं कह रहे हैं कि भारत को शुक्रिया अदा करना चाहिए लेकिन देश को उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री मोदी ट्रम्प के दावों को चुनौती देंगे क्योंकि ट्रंप जो कह रहे है वो दुनिया भर में पहली हेडलाइन बन रही है

  • कश्मीर को लेकर ट्रंप के बयान का प्रधानमंत्री विरोध करेंगे मगर प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा उन्होंने जो कारण बताया वह ट्रंप के बताए कारण से काफी अलग ट्रम्प कह रहे हैं चेतावनी दी गई कि हमला नहीं रुका तो व्यापार रोक देंगे प्रधानमंत्री मोदी कह रहे हैं पाकिस्तान ने वादा किया है आगे से आतंकी कार्रवाई नहीं करेगा लेकिन ट्रम्प ने तो ऐसी कोई बात नहीं की

  • ये पाकिस्तान ने भारत से आतंक को लेकर कोई वादा किया है ट्रम्प ने तो आतंक को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान की निंदा तक नहीं की, ना अपनी प्रेस वार्ता में, ना अपने लिखित भाषण में ट्रंप ने ऐसा कुछ भी कहा इसलिए जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई पाकिस्तान की तरफ से जब ये कहा गया। कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा

  • तो भारत ने भी उस पर विचार किया और मैं फिर दोहरा रहा हूँ हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर अपनी जवाबी कार्रवाई को अभी सिर्फ स्थगित किया है आने वाले दिनों में हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे कि वो क्या रवैया अपनाता है प्रधानमंत्री मोदी कह रहे हैं कि पाकिस्तान को धूल चटा दी, लेकिन ट्रम्प अपने लिखित और मौखिक बयानों में इस तरह का कोई संकेत नहीं देते वे भारत और पाकिस्तान दोनों का नाम बराबरी से लेते हैं। इस संदर्भ में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान महत्वपूर्ण हो जाता है कि भारत परमाणु हमले को लेकर किसी तरह के ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा

  • हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर जवाब देकर रहेंगे हर उस जगह जाकर कठोर कार्रवाई करेंगे जहाँ से आतंकी जड़े निकलती दूसरा कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा न्यूक्लियर ब्लैकमेल की आड़ में पनप रहे आतंकी ठिकानों पर भारत सटीक और निर्णायक प्रहार करेगा तीसरा हम आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग अलग नहीं देखेंगे

  • ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने पाकिस्तान का वो घिनौना सच फिर देखा है जब मारे गए आतंकियों को विदाई देने पाकिस्तानी सेना के बड़े बड़े अफसर उमड़ पड़े स्टेट स्पॉन्सर टेररिज़म का ये बहुत बड़ा सबूत है ट्रंप कह रहे हैं कि व्यापार के कारण हमने हमला रुकवा दिया अलग ही कहानी बता रहे हैं

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