मनीष कस्यप की हो गयी पिटाई डॉक्टरों ने जमकर कूटा

मनीष कस्यप की हो गयी पिटाई डॉक्टरों ने जमकर कूटा
मनीष कस्यप की हो गयी पिटाई डॉक्टरों ने जमकर कूटा
-
किसी भी तरह की हिंसा में मेरा कोई विश्वास नहीं है लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह होनी ही नहीं चाहिए किसी भी सूरत में नहीं होनी चाहिए लेकिन बिहार की राजधानी पटना में भारतीय जनता पार्टी के नेता और एक बदनाम यूट्यूबर मनीष कश्यप को कूट दिया गया यानि कुटम्मस हो गई और बिहार की भाषा में कहें तो उनको तोड़ दिया गया तो ये तोड़ने वाले कौन थे क्यों थोड़ा क्यों हुई कुटम्मस और कैसे भूत बना दिया गया
-
दौड़ा दौड़ाकर पीटा गया मनीष कश्यप को ये कहानी जितनी दिलचस्प है उससे ज्यादा हृदय विदारक है, लेकिन भाजपा की सरकार है मुख्यमंत्री हैं गठबंधन सरकार में नीतीश कुमार भाजपा के दो दो उपमुख्यमंत्री हैं अपना स्वास्थ्य मंत्री और इसके बाद भाजपा के यूट्यूबर को भाजपा के नेता को वोट दिया जाए ये मत कीजिए आप आप एक करली राम राम राम राम इससे ज्यादा बुरा दौर क्या आएगा लेकिन मनीष कश्यप ने अभी तक कहाँ नहीं है कि सरकार गिराकर मानेंगे, बर्खास्त करवा कर मानेंगे यह चल नहीं सकता है नहीं छुप गया जाकर हुआ क्या, क्यों कूट दिया, मनीष कश्यप को किसने कूट दिया और कितना कूटा ये तीन सवाल है
-
जिसका इंतजार आपको होगा जिसके जवाब का तो सुनिए की मनीष कश्यप यूट्यूबर जो कि भाजपा का नेता हैं भाजपा का नेता आपको याद दिला दें कि जब लोकसभा का चुनाव होने वाले थे और ताजा ताजा जेल से यह निकलकर आया था तमिलनाडु में फंस गया था आपको याद होगा फर्जीवाड़ा करके इसने वीडियो शूट किया था याद है ना आपको नकली पाउडर वगैरह लगाकर लिपस्टिक वगेरह लगाकर खून बना दिया था कई बैंडेज लगा दिया पटना के ही एक कमरे में शूटिंग की और कहा कि चेन्नई में मज़दूरों की पिटाई का वीडियो है भेद खुला तो जाते तमिलनाडु पुलिस उठाकर ले गई
-
और इतने लंबे समय तक बंद रहा कि जब छूटा तो सीधे भाजपा की गोदी में जाकर गिर गया माईबाप बचा लो शामिल हो गया तो सोचा ये था शामिल होने के बाद मनीष कश्यप ने की अब तो कल्याण होने से कोई रोक ही नहीं सकता लेकिन कहा कल्याण होना था और कहा हो रही है
-
कुटम्मस कैसे कहाँ फंस गया मनीष कश्यप हुआ यूं कि पटना में देखिए की सरकार का सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पताल है। पीएमसीएच पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल वहाँ मनीष कश्यप गया था
-
एक अपने किसी परिचित की पैरवी करने के लिए और परिचित की पैरवी करने गया तो ड्यूटी पर तैनात एक महिला डॉक्टर से उलझ गया महिला डॉक्टर को अब डॉक्टरों को क्या ही पता ठीक है भाई तुम हो गए कहीं किसी गली के गुंडे, कहीं के हो गए छिछोरे कहीं के हो गए टपोरी अब डॉक्टर सारे टपोरियों को, सारे छोरों को सारे गुंडों को पहचानें ज़रूरी तो नहीं है ना
-
भले वो बिहार लेवल का गुंडा हो, बिहार लेवल का टपोरी हो बिहार लेवल का बदमाश हो, ठीक है, भाजपा में शामिल हो गया टपोरी से उसको बदल दिया एक दम वॉशिंग मशीन में धूल के सफेदी में लेकिन अब डॉक्टर तो बेचारे इलाज करने वाले और ऊपर से महिला डॉक्टर से उलझ गया महिला डॉक्टर ने समझाया कि भाई देखो मैं तुमको शांति मानती नहीं हो, तुम्हारे पेशेंट को देख लूंगी
-
तुम ये ड्रामा मत करो लेकिन मनीष कश्यप क्या जो ड्रामा ना करे, जो बदतमीजी ना करे, जो बेहयाई ना करे जूनियर डॉक्टरों ने समझाया हैलो तमीज से कौन हो तुम बोला मनीष कश्यप बोला है ऐसे मनीष कश्यप जैसे लगा दाऊद इब्राहिम हो बस जूनियर डॉक्टरों ने ले दनादन दे दनादन इधर से थप्पड़ उधर से लप्पड़ इधर से थप्पड़ उधर से लप्पड़ कूटना शुरू किया और मनीष बाप बाप चिल्लाना शुरू किया
-
वहीं भीड़ लग गई उसके बाद मनीष कश्यप के लोगों ने ही बताया कि हुजूर इतना ही नहीं मारा है, हमको था वहाँ कमरे में बंद कर लिया और वहाँ भी पीटा और कमरे के अंदर से बाप रे बाप बाप रे बाप की आवाज आ रही थी इतना मारा है साहब तो ये तो कहानी मनीष कश्यप के लोगों ने ही सुनाई है क्योंकि मनीष कश्यप को आ रही थी शर्म बताने में अब अब अपनी सरकार है
-
अपना मुख्यमंत्री, अपने दो दो डिप्टी सीएम, विधानसभा के अध्यक्ष, इतने सारे अंतरी मंत्री, संत्री अफसर हमला अब कैसे बताता है की हमारी सरकार में हम ही को पिट दिया लोगों ने और इतना कस के पिट दिया कि समझ में नहीं आ रहा है कि दर्द पीठ से उठ रहा है कि पेट से उठ रहा है
-
कंधे से उठा के घुटने से उठ रहा है हैं जब मामला बढ़ा तो किसी ने पुलिस को फ़ोन कर दिया पीरबहोर थाने की पुलिस पहुंची कहा की अब चलो जब पीता है तो चलो थाने चलो बताओ कैसे पीटा वहाँ जाकर जो डिटेलिंग दी है मनीष कश्यप ने और उसके चेलों ने मजदूर इधर भी
-
मारा, उधर भी मारा सुजा दिया मार्ग दिखा रहा था कि देखिये इधर गाल सूजा हुआ है, देखिये इधर वोट सूजा हुआ डॉक्टरों ने बहुत मारा है थानेदार साहब तो ऊपर से पहुँच गए हैं, जूनियर डॉक्टर्स के नहीं इसने बदतमीजी की हमारी सीनियर डॉक्टर के साथ हमारा मुकदमा लिखो अब जैसे ही यह बात आयी जूनियर डॉक्टर्स ने कहा कि हमारा मुकदमा लिखा जाएगा
-
अस्पताल में घुस के डॉक्टरों से बदतमीजी और मारपीट का मुकदमा, लंबा नाप जाता मनीष कस्यप उसके चेलों ने समझाया कि सुनो, ये सब लफड़े में पढ़ो मत चुपचाप कट लो यहाँ से अब मनीष कस्यप भागीदार की तरह बोलो ना ना ना ना हमको कोई मुकदमा नहीं लिखवाना है
-
बाप रे बाप एक तो इतना मारा, ऊपर से उठाकर हम को बंद कर दोगे हम शर्म के मारे जियेंगे का लेकिन वैसे मनीष बेशर्म आदमी खैर इतना पीटा लप्पड़ छप्पड़ इधर उधर बताया तो की कमरे में बंद करके भी मारा है पता नहीं झूठ या सच लेकिन अब मनीष कश्यप के चे बोलेल रहा है कि कमरे में बंद करके बहुत टूटा है तो मान लेना चाहिए कि कूटा होगा तो कुल मिलाकर दोनों में से किसी ने एफआइआर नहीं दर्ज कराई
-
मामला हो गया रफा दफा लेकिन बताया यह जा रहा है कि मनीष कश्यप को दर्द बहुत हो रहा है। इधर उधर से दवाई करवा रहा है लेकिन डॉक्टरों ने यह भी कहा की चलो इलाज कर देते हैं भाई हम ही ने पीटा है, हमें इलाज कर देते है मामला सॉर्ट आउट हो जायेगा बढ़िया दवाई करेंगे उन लोगों ने कहा कि दवाई तो गुरु तुमने कर दिया अस्पताल में तब और इलाज मत करो नहीं तो दर्द ज्यादा उठ जाएगा जो मनीष कश्यप का इतिहास बड़ा पुराना है, हम मोतिहारी वाला इतिहास नहीं ले चलना चाहते हैं
-
कुछ दिन पहले मास्टरों से उलझ गया था और वहाँ भी उसकी अच्छी खातिरदारी हुई थी ज्यादा पुरानी बात नहीं होली के टाइम की बात है की सारण पुलिस ने छपरा की साइबर थाना पुलिस ने 11 यूट्यूब रो के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज किया महिलाओं का वीडियो दिखाने के मामले में और उसमें सबसे शक्तिशाली यूट्यूबर जो है वो यही भाजपा नेता मनीष कश्यप था जब मनीष कश्यप ये सोचता है कि हमारी सरकार है हमारा मुख्यमंत्री, हमारा डिप्टी सीएम तुम कुछ भी कर लेंगे बिहार की पुलिस बिना बहुत खराब है
-
भाजपा के लोगों के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कर लेना आप समझते हैं लेकिन मनीष कश्यप अपने आप को समझ बैठा था कि हम मुख्यमंत्री बनाते हैं, हम गिराते हैं, सरकार उठाते हैं, सरकार गिराते हैं, ऐसे झोंका करता था जब आरजेडी और जेडीयू की सरकार थी तब हम नीतीश कुमार को उखाड़ कर दम लेंगे अब ऐसा उखाड़ दिया इसका तमिलनाडु की पुलिस ने यास तक लंगड़ाता घूमता है
-
और अभी तक लंगड़ाहट ठीक हुई नहीं थी तो डॉक्टरों ने फूट दिया डबल लंगड़ाना हो जायेगा, वो ज्यादा विधानसभा जाएंगे, लोकसभा जाएंगे, माननीय सदस्य कहलाएंगे, भाषण देंगे, बढ़िया अपना आइटम चलेगा और यहाँ पिटाई से फुर्सत नहीं है, कभी कोई कूट देता है, कभी कोई कूट देता है
-
कभी इधर एफआइआर, कभी उधर एफआइआर बताइए इतना शरीफ आदमी के साथ इतना मजाक ठीक होता है क्या हमने शुरू में ही कहा था ही अहिंसा जो है ना उसी से लोकतंत्र चलता है तो ये जो भी पिटाई उठाई कुटाई कुटम्मस हीरोगिरी हवा की गई है, मारना नहीं चाहिए था, ठीक है तो चार थप्पड़ लगा दिया था, डॉक्टरों ने बदतमीजी कर लाता तो बंद करवा देना चाहिए था
-
मुकदमा करवा देना इतना नहीं पीटना चाहिए ताकि सूझ बूझ जाए तो मनीष कश्यप मुकदमा लिखवा वो यार इतना मतलब सर्मना ना क्यों है मतलब ये तो ठीक बात नहीं है, ना की पिटाई भी और लुकाये भी तो लुक आना नहीं चाहिए बताना चाहिए की हम को कूटा है
-
हीरो आदमी जब ये हीरो लोग जब पीते जाते है ना तो हीरो बड़ा हीरो हो जाता है और नेता तो बड़ा नेता नेता तो इंतजार करता है कि कोई हम को कूट दे, कोई हम को पिट देखो हमको थाने में बंद कर दें, कोई मुकदमा दर्ज कर लें जितना बड़ा मुकदमा उतना बड़ा नेता सुने ही होंगे
-
बदनाम हुए तो क्या नाम नहीं होगा उन फिर भी हम कहेंगे नहीं, ये मारपीट वाला ठीक नहीं है लूट लक्षण मनीष कश्यप आपको पता है ना अभी पुलवामा के बाद पुलवामा नहीं, पहलगाम के बाद एक मार्केट है ल्हासा मार्केट वहाँ कश्मीरी बेचारे गरीब लोग ड्राईफ्रूट बेचते हैं उनको ही मनीष कश्यप ने दौड़ा दौड़ाकर पीटा जय श्री राम जय श्रीराम का नारा लगाते वजह से लगा कि यही फैसला हो जाएगा यहाँ दो थप्पड़ मारा है जूनियर डॉक्टरों ने तो इसका होश ठंडा हो गया है
-
आपको ये हमारा सुना सब ये ल्हासा मार्केट में कश्मीरी दुकानदारों को दौड़ा दौड़ाकर पीटा रहा था तो अपने आप को समझ रहा था हीरो 2 मिनट में डॉक्टरों ने हीरोगिरी हवा दे बन्दर बना दिया है इस को दौड़ा दौड़ाकर इतना कूटा है फिर भी हम कहेंगे की ये कुटाई पिटाई ठीक नहीं है ये बंद होना चाहिए और मनीष कश्यप मुकदमा लिखवाना चाहिए यार लिखवा वो मतलब ठीक है, पिट दिया लेकिन कहीं दर्ज तो होना चाहिए ना स्वर्णाक्षरों में दर्ज होगा कि तुम पीते गए कूटे गए, दौड़ा दौड़ाकर पीटा, कमरा में बंद करके पीटा पिट पिट कर सुजा दिया, फुला दिया
-
ये सब दर्ज होना चाहिए तुम इतिहास के नायक हो तो इतिहास का नायक ऐसा कैसा नायक चुप्पी और कमरा में लुका जाता है लिख वाव एफआइआर लिखवाई दरमा रही है हिंसा ठीक नहीं है और तुम जो हिंसा करते हो और शारीरिक हिंसा से ज्यादा मानसिक और वैचारिक हिंसा करते हो, उस पर बिहार का हर प्रबुद्ध नागरिक हर बच्चा जो लोकतंत्र संविधान में यकीन करता है वो शर्मिंदा होता है तुम को लगता होगा कि तुम्हारे इस लंपट पाने से बिहार का गौरव बढ़ता है बस इतना ही कहना चाहूंगा शर्म करो
-
इसे भी पढ़े
-
प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद हुए गिरफ्तार मुसलमान होने की मिली सजा
-
समाजवादी पार्टी कैसे बनी . मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी कैसे बनायीं
-
बागेश्वर धाम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की मुस्किले बढ़ी अब कोर्ट में पेशी होगी
-
पुलिस आपकी FIR दर्ज ना करे तो क्या करें . शिकायत और FIR में क्या अंतर होता है . आसान भाषा में समझिए
-
गया का नाम बदलने से विकास ने पकड़ी रफ्तार
-
ट्रम्प ने खुलकर मोदी और भारत का साथ क्यों नहीं दिया . ट्रम्प ने मोदी से यारी क्यों नहीं निभाई
-
विदेश मंत्री के बयान को राहुल गाँधी ने बताया देशद्रोह. ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी पाकिस्तान पहले दे दी गयी थी
-
चिराग पासवान ने मोदी और नितीश कुमार के नाक में दम कर रखा है
-
ओवैसी और शशि थरूर करेंगे विदेशो में पाकिस्तान को नंगा
-
देश बड़ा या विजय शाह सरकार की खुल गई पोल
-
दो जिगरी दोस्त बने दुश्मन अमेरिका का रवैया भारत के लिए ठीक नहीं
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space
[…] मनीष कस्यप की हो गयी पिटाई डॉक्टरों ने… […]
[…] मनीष कस्यप की हो गयी पिटाई डॉक्टरों ने… […]