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09/05/2025

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क्या भारत और पाकिस्तान में वॉर हो सकता है इससे कैसे बचे

भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा हो गई

क्या भारत और पाकिस्तान में वर्ल्ड वॉर हो सकता है इससे कैसे बचे

  • क्या भारत और पाकिस्तान की जंग हिस्टरी चेंज कर सकती कोई 1 या 10 फाइर दो देशों की एक इलाके की लड़ाई से बढ़कर फुल फ्लेज्ड ओर या फिर वर्ल्ड वॉर में तब्दील हो सकता है

  • क्या वर्ल्ड वॉर थ्री की चिंगारियां हवा में तैरने लगी है भारत और पाकिस्तान का हर कदम अब केवल दो देशों की किस्मत को नहीं तय करेगा, बल्कि यह दुनिया की दशा दिशा को भी तय कर सकता है और जीस तरह ये जंग बढ़ रहा है

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  • क्या वर्ल्ड वॉर हो जायेगा क्योंकि अगर वर्ल्ड वॉर हुई तो फिर पूरे विश्व को युद्ध खत्म कर देगा इतिहास गवाह है कि कई बार युद्ध एक छोटी सी गलती से शुरू हुए और फिर दुनिया बर्बाद किया वियतनाम का युद्ध एक गोलीबारी से शुरू हुआ था क्यूबा मिसाइल संकट आप विश्वास से पनपा था को नरसंहार असंवेदनशील सियासत से हुआ था,

  • लेकिन भारत और पाकिस्तान जो पहलगाम से शुरू हुए थे, ऑपरेशन सिंदूर से आगे बढ़े अब एक दूसरे के शहरों पर जब लगातार ड्रोन और मिसाइल से हमले कर रहे हैं और जो परमाणु शक्तियां से लैस है, क्या वो दुनिया को तीसरे विश्व युद्ध में धकेल रहे हैं

  • देखिये अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्हें ये युद्ध फैसिनेट कर रहा है तो आपको बता दें कि युद्ध शुरू करना आसान है, रोकना नहीं युद्ध का मज़ा सिर्फ उसे आता है जो दूर से देखता जो उसका हिस्सा बना है वो कभी युद्ध नहीं जाता हैं, ना वो सैनिक जो इसमें लड़ रहे हैं या सैनिक के परिवार वाले ना वो जिन्होंने कभी इस युद्ध को करीब से देखा

  • और भारत पाकिस्तान जो परमाणु शक्ति से लैस है अगर उनके बीच में फुल फ्लेजेड वॉर हुआ तो मानवता के पास दूसरा मौका नहीं यकीन मानिये भारत और पाकिस्तान के बीच फुल फ्लेजेड वॉर हुई और अगर ये वर्ल्ड वॉर थ्री में तब्दील हुई तो फिर क्या परिस्थिति होगी

  • आपको बता दें कि फिर मंजर वो होगा जो सुनकर भी शायद आपको डरा वर्ल्ड वॉर वन और वाइल्ड वॉर टू से कहीं ज्यादा मौतें थे वर्ल्ड वॉर वन में 1,60,00,000 लोगों की जान गई थी अनगिनत बीमारियों में फंसे रहे हैं वर्ड वर्ड टू जब आया तो इसमें मौतों की संख्या और ज्यादा बढ़ गई 8,50,00,000 के आसपास मौतें हुई जिसमें हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम भी शामिल था

  • हिरोशिमा में 70,000 लोग और नागासाकी में 40,000 लोग एक सेकंड में राख हो गए थे लेकिन अगर इंडिया और पाकिस्तान फुल फ्लेज्ड वॉर करते है, परमाणु वॉर करते हैं तो फिर कहानी बिल्कुल अलग होगी अगर यह दोनों देश अपने 50 . 50% हथियारों का इस्तेमाल करते हैं तो यह मान के चलिए 10 से 20,00,00,000 लोग पहले घंटे में मर सकते हैं उसकी वजह चाहे दिल्ली हो या कराची, इनकी आबादी घनी दिल्ली में 2,50,00,000 से अधिक लोग कराची में 2,00,00,000 से अधिक लोग आधुनिक हथियार इनके पास है जो 15 से लेकर 300 किलोटन की शक्ति रखते हिरोशिमा में 15 किलोटन का इस्तेमाल किया गया

  • तीन 300 किलो टन तक के हथियार आप सोचिये कितने गुना है अब अगर हथियारों की ताकत बढ़ी है तो तबाही का मंजर भी तो बड़ा होगा अगर 100 किलोटन का मान लीजिए बम कराची या फिर दिल्ली पर गिर जाता है तो यकीन मानिए पांच से 10 किलोमीटर तक सब कुछ मलबे में तब्दील हो जाएगा 20 किलोमीटर तक लोग जलकर राख हो जाएंगे 30 किलोमीटर तक इमारतें जो है वो पूरी तरह से ढह जाएगी लाखों मौतें मिनटों में हो जाएगी करोड़ों ऐसे हैं जिनको इलाज नहीं मिलेगा रेडिएशन का असर अलग आएगा कैंसर, अपंगता और आगे आने वाली पीढ़ियों में बीमारियाँ जो इंसान की नस्लों को बर्बाद कर देगी

  • अब अगर आपको लगता है कि दोनों देश समझदार है, वो लड़ रहे हैं वर्ल्ड वॉर जैसी सिचुएशन या परमाणु ऊर्जा सिचुएशन नहीं होगी तो आपको यह समझना पड़ेगा की एक गलती वर्ल्ड वॉर शुरू कर सकते हैं एक गलती कोई भी युद्ध जानबूझकर शुरू नहीं करता हालात बनते चले जाते है एक मिस फायर आज भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की तपती रेत पर एक कैसे एक मिसाइल का गलत दिशा ना एक साइबर हमला, एक आतंकी साजिश या खुफिया जानकारी की चूक न केवल दोनों देशों को बल्कि पूरी दुनिया को तीसरे विश्व युद्ध की और धकेल देगा

  • ये दोनों देश ऐसे हैं जो परमाणु हथियारों से लैस है गलतफहमी को सुधारने का वक्त शायद चंद मिनट गए उदाहरण के तौर पर हैलो सी पर तनाव के दौरान एक मिसाइल अगर गलत निशाना साध लेती है तो दुनिया बदल का चेहरा बदल जाता है

  • ऐसा पहले भी हुआ है तकनीकी खराबी के चलते मिसाइलें इधर उधर गिरी उस वक्त बातचीत का दरवाजा खुला था, युद्ध नहीं चल रहा था जैसे तैसे से भी संभाल लिया गया था

  • लेकिन आप कल्पना कीजिए कि दोनों देशों की तरफ से कोई एक मिसाइल किसी एक देश के रिहायशी इलाके में रह जाए अगला देश क्या करेगा वो पलटवार करेगा उससे बड़ा, उसके बाद अगला बड़ा वार शायद इसी में कोई परमाणु शान ये

  • खतरनाक अगर भारत की अग्नि पांच जो 5000 किलोमीटर रेंज या पाकिस्तान की शाहीन थी, जो 2700 किलोमीटर रेंज गलती से इधर चली जाती है तो दूसरा हमला करेगा आज भारत नो फर्स्ट यूज़ पॉलिसी का इस्तेमाल करता है, लेकिन अगर गलतफहमी इस लेवल पे जाती है तो शायद जवाब खतरनाक होगा मिसाइल हवा में होंगी

  • दिल्ली, मुंबई, कराची, इस्लामाबाद के इस शहर मिनटों में मलबे में तब्दील हो सकता है मौजूदा दौर में अगर कहीं कोई आतंकवाद हो जाता है तो यह भी विश्व युद्ध की तरफ धकेल सकता है 2008 में मुंबई हमलों ने भारत को दिलाया था 2019 के पुलवामा हमले में बालाकोट हवाई हमले को जकड़ लिया था

  • पहलगाम में जो कुछ हुआ उसके बाद भारत में ऑपरेशन सिंदूर चला दिया आप कल्पना कीजिए कि अगर कहीं कोई आतंकवादी हमला होता है उसका जवाब भारत सीधे सीधे से पाकिस्तान की साजिश मानेगा जवाबी कार्रवाई होगी सच्चाई कुछ भी हो वो युद्ध के बीच में दब जाएगी और उसके बाद दुनिया विश्व युद्ध की आग दुनिया में फेल जाएगी

  • भारत और पाकिस्तान के बीच संयुक्त रूप से सैकड़ों हथियार भारत के पास अनुमानित 180 हथियार परमाणु पाकिस्तान के पास भी 170 के आसपास और दोनों की मिसाइलें चाहे भारत की अग्नि और पाकिस्तानी गजनवी मिनटों में एक दूसरे के शहरों में फर्क कर सकते यकीन मानिये दिल्ली से इस्लामाबाद कराची से लेकर मुंबई अगर ये मिसाइलें चलती है तो कोई नहीं बचेगा

  • सबसे डरावनी बात ये है की ये दोनों देश इमोशनली डिफेंड भावनाओं का ज्वार चरम पर है दोनों देशों के बीच संकट के बीच संचार के चैनल बहुत कमज़ोर है, बहुत कमज़ोर है और तनाव पर ये कितने कारगर होंगे, इसकी कल्पना हम और आप कर सकते हैं 2019 से बालाकोट हमले के बाद दोनों देशों के बीच संवाद लगभग टूट गया था अगर कोई गलती से मिसाइल इधर गयी तो गलतफहमी दूर करने के लिए शायद 10 मिनट भी ना मिले और परमाणु युद्ध में 10 मिनट क्या होता है आप कल्पना भी नहीं कर सकते ये ऐसा युद्ध होता है जिसमें 10 सेकंड अगर विषय होता है तो कौन किस तरफ जाएगा

  • क्या गठबंधन बन सकता है भारत के पास अमेरिका का साथ होगा नाटो का साथ होगा जिसमें ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी जैसे देश आ सकते हैं इजराइल भारत का पक्का दोस्त है जापान ऑस्ट्रेलिया भी साथ आ सकते भारत की रणनीति के स्थिति आर्थिक ताकत मजबूत होगी पाकिस्तान का साथ चाइना दे सकता है,

  • उत्तर कोरिया दे सकता है देखिये, उसके साथ जाएगा ईरान उसके साथ होंगे कुछ इस्लामिक देश जो है वो भी उसके साथ रहेंगे कुछ देश ऐसे हैं जो दोनों साइड से रहेंगी जैसे दक्षिण अफ्रीकी देश अमेरिकी देश भी हो सकता है

  • रूस पाकिस्तान के साथ इस बीच में एक लोस हुआ है, लेकिन भारत के साथ उसके संबंध दशकों पुराने हैं ऐसे में रूस भी भारत की तरफ रहेगा अब सवाल यह है कि जीस विश्व युद्ध की हम बात कर रहे हैं ये शुरू कैसे हुए थे, इनकी शुरुआत को समझना जरूरी है अगर इनसे हम बचना चाहते हैं, खासतौर पर भारत और पाकिस्तान के संदर्भ में समझना बहुत जरूरी है क्योंकि यहाँ पर एक छोटी सी गलती इसकी आशंका पैदा कर सकती है

  • फर्स्ट वर्ल्ड वॉर सेकंड वर्ल्डवॉर इतिहास की सबसे विनाशकारी संघर्ष दोनों की शुरुआत छोटी छोटी चिंगारी कार्यों से हुई थी, जिसे फर्स्ट वर्ल्ड वॉर 1914 से 1919 तक गया था ऑस्ट्रिया हंगरी के आर्कड्यूक फ्रांस की हत्या ने यूरोप में तनाव भड़का दिया था और इसी के बाद इसे विश्व युद्ध की चिगारी बदलते देखा गया

  • नतीजा जैसा हमने बताया 1,50,00,000 से अधिक लोगों के सेकंड वर्ल्डवॉर हिटलर के विस्तारवादी नीती या पोलैंड पर जर्मनी का हमला और उसके बाद ये विश्व युद्ध में तब्दील हुई सात से 8,00,00,000 लोगों की मौत हालांकि भारत पाक एक दूसरे से लड़ रहे हैं लेकिन फिर भी इस युद्ध को रोकने के कई रास्ते क्योंकि तबाही से पहले संयम और समझदारी काम आ सकती है

  • क्या क्या उपाय है हम आपको बताते हैं पहला उपाय तो कूटनीतिक दृष्टिकोण से संयुक्त राष्ट्र और देशों की मध्यस्थता की जरूरत होगी कूटनीतिक दृष्टिकोण दुनिया में किसी भी युद्ध को रोकने का सबसे पुराना और प्रभावी हथियार रूस और यूक्रेन लड़ रहे थे, तब भारत में भूमिका निभाई थी भारत ने दोनों संवाद किया था अब भारत और पाकिस्तान के बीच में जब कमजोर कम्यूनिकेशन हैं तो दुनिया के और बड़े देश इस बीच में अपनी भूमिका निभा सकते हैं भूमिका संयुक्त राष्ट्र भी निभा सकता है

  • संयुक्त राष्ट्र इससे पहले भी इंडिया और पाकिस्तान में युद्ध को रोका है, कई बार रोका है और इस बार भी वो अपनी अहम भूमिका कर सकता है। जैसे 1965 और 1971 में भारत पाक युद्ध के बाद जीवन ने करवाई थी 1965 में ताशकंद समझौता और 1971 में शिमला समझौता हुआ था जिसकी बाद भारत और

  • पाकिस्तान में शांति बनाने की कोशिश की गई थी हालांकि इसमें भी चुनौतियां हैं क्योंकि मैं अमेरिका, चीन, रूस परमानेंट मेंबर है और वो अपना अपना हिट देखेंगे चीन पाकिस्तान का समर्थन करेगा अमेरिका इंडिया की तरफ झुकेगा ऐसे में क्या UAN की तरफ से कोई निष्पक्ष सुझाव आ सकता है ये थोड़ा मुश्किल हो सकता है

  • वैश्विक दबाव हो सकता है एक और चीन अपने प्रभाव से दोनों देशों को शांत कर सकते हैं कंट्रोल कर सकते हैं, दोनों को बुलाकर मीटिंग करवा सकते हैं और एक सही जगह पर युद्ध रुकवा सकते हैं पाकिस्तान पर आर्थिक प्रबंध से भी काम चल सकता है पाकिस्तान वो देश है जो पैसों के मामले में बिल्कुल भिखारी बन चुका है उसके पास पैसे नहीं है ऐसे में अगर दुनिया उसे फंड करना बंद कर देती है या ग्रे लिस्ट में डाल दिया जाता है या आतंकवाद को लेकर उसपर ऐक्शन ले ली जाते है  वापस तो फिर पाकिस्तान शांत हो सकता है

  • जन आंदोलन भी काम कर सकते हैं अगर दोनों देशों की जनता शांति के सड़कों हालांकि इसके चान्सेस ना के बराबर है क्योंकि ना हिंदुस्तान और ना पाकिस्तान ये दो ऐसे देश हैं जहाँ लोग देश के लिए जीने मरने को तैयार हैं ऐसे में शायद ही कोई ऐसा होगा जो सामने आकर ये कहेगा की युद्ध रुकना चाहिए हालांकि कुछ लोगों ने लिखना पढ़ना ऐसा भी शुरू कर दिया है वो सामने आ रहे है जैसे भारत में अंबाती रायडू ने ट्वीट किया कि आंख के बदले आंख दुनिया को अंधा कर सकती है कई और लोगों ने भी लिखा की युद्ध वो चाहते हैं जिन्होंने युद्ध देखा नहीं है, जिन्होंने युद्ध देखा है वो युद्ध से बचना चाहते हैं

  • अगर ऐसी आवाज़ है और बढ़ती अगर ऐसी आवाज़ है और ज्यादा आती है तो शायद दोनों देशों की तरफ से कोई विचार हो सकता है हालांकि युद्ध और देशभक्ति के शोर के बीच में ऐसी आवाजों का शोर शायद कम हो जाए, लेकिन फिर भी उम्मीद छोड़ना गलत है और आप इसकी भी उम्मीद कर सकते हैं सैन्य सहयोग भारत और पाकिस्तान को उकसावे वाली कार्रवाई करने से बचना चाहिए

  • ये भी एक समाधान हो सकता है भारत पाकिस्तान अगर युद्ध लड़ भी रहे हैं तो वो एक हिस्से को लेकर लड़े रिहाइशी इलाकों से बचें, ताकत सेना के बीच में टेस्ट हो मासूम लोगों पर इसका प्रयोग ना किया जाए क्योंकि अगर ये प्रयोग हुआ तो ये विश्व युद्ध की चिंगारी को जला सकता है लेकिन आखिर में जो सवाल सबसे मौजूद है वो यही कि क्या हम राख से पहले शांति को चुन सकते हैं

  • क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच वर्तमान तनाव ऐसे चौराहे पर खड़ा है जहाँ से लौटना लगभग असंभव है इतिहास ने हमें बार बार सिखाया है कि युद्ध सिर्फ सरकार नहीं बल्कि सभ्यताएं हारती वर्ल्ड वॉर वन एक गोली और वर्ड वर्ड टु एक तानाशाह के लालच से शुरू हुआ था करोड़ों की जान ली पीढ़ियां तबाह कर दी अब वर्ल्ड वॉर थ्री की आशंका है भारत और पाकिस्तान के बीच एक गलती इतिहास को बदल सकते हैं एक मिसाइल इधर उधर होना ये दुनिया को युद्ध की आग में झोंक सकती है परमाणु शक्ति कभी कोई ढाल नहीं रही है यह विस्फोटक है जो मानवता की रेत पर टिक चुका है भारत और पाकिस्तान के बीच इतनी ताकत है कि 5 या 10 मिनट की प्रतिक्रिया में दुनिया से नक्शा बदल सकता है

 

लेकिन भारत और पाकिस्तान जो पहलगाम से शुरू हुए थे
  • दिल्ली कराची, लाहौर, मुंबई जैसे शहर मिट्टी में मिल सकते हैं रेडिएशन की चुप्पी आने वाली पीढ़ियों को भी सुनाई पड़ेगी उसने क्या इस युद्ध को रोका जा सकता है अगर संवाद हो, संयम हो समझदारी हो कूटनीतिक हथियार हों का इस्तेमाल किया जाए और दोनों देश की जनता युद्ध नहीं, शांति अगर भारत और पाकिस्तानी समझे के दुश्मन एक दूसरे के भीतर नहीं बल्कि अविश्वास और कट्टर सोच के भीतर है

  • अगर पाकिस्तान आतंकवाद को खत्म कर दे तो हिंदुस्तान उसके साथ शांति समझौता कर ले क्योंकि अगर ये शांति समझौता नहीं होता है और इस बार कोई गलती होती है तो शायद गलती की कोई गुंजाइश नहीं होगी क्योंकि इस बार जो भी शुरू हुआ तो कोई विजेता नहीं बचेगा सिर्फ बचेगी तो राख राख इसलिए वक्त है इतिहास से सीखने का क्योंकि अगर नहीं सीखे तो हिंदुस्तान पाकिस्तान ही नहीं एशिया और पूरी दुनिया हमें तय करना है

  • क्या हम मिलकर इतिहास बना सकते हैं या इतिहास के पन्ने पर खून की स्याही से अपना नाम काश कर सकते हैं फैसला हिंदुस्तान और पाकिस्तान के नोट करना है फैसला हिंदुस्तान और पाकिस्तान की सरकारों को करना है

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