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19/03/2022

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जंग और मिलिट्री ऑपरेशन में क्या अंतर होता है

भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा हो गई

जंग और मिलिट्री ऑपरेशन में क्या अंतर होता है

  • मुताबिक जंग एक ऐसी हिंसा है जिसका मकसद विरोधियो को इतना मजबूर करना है की वो हमारी इच्छा को पूरी करे विशेषज्ञ कहते हैं कि हर जंग का एक मकसद होता है जैसे कई कब्जा करना, सिस्टम या पॉलिसी बदलना अपनी चीजें तो अपना वगैरह वगैरह भारत और पाकिस्तान के मसले में अभी दोनों देशों ने खुलकर जंग का ऐलान नहीं किया है

  • लेकिन दोनों ओर से ऐक्शन से हो रहे हैं ऐसे में अगर सैन्य कार्रवाई या बढ़ती है तो कहा जा सकता है कि अब संघर्ष बढ़ रहा है इस संघर्ष में जब आर्मी, एयरफोर्स और नेवी यानी सेना के तीनों अंग शामिल हो जाते हैं तो इसे फुल फ्लैश वॉर यानी पूरी तरह से शुरू हो चुकी जंग कहा जाता है 1999 में हुई कारगिल की लड़ाई एक सीमित जंग यानी लिमिटेड वॉर थी

  • हमारे टार्गेट्स तय थे कि हमें अपनी जमीन को वापस पाना था जब भारत ने अपने पॉइंट्स वापस पा लिए तो जब हम जीतने की घोषणा कर दी अगर आप दोनों तरफ से जवाबी कार्रवाई बढ़ी तो बात जंग तक पहुँच सकती है दोस्तों, अब सवाल यह है कि पूर्ण युद्ध और मिलिट्री ऑपरेशन में अंतर क्या होता है वो भी मैं आपको समझाता हूँ

  • दोस्तों जंग में और मिलिट्री ऑपरेशन में अंतर बिलकुल साफ होता है जंग में या युद्ध में एक देश का दूसरे देश पर अटैक करना शामिल हो जाता है जैसे पूरा इलाका खत्म करना, बड़ी तादाद में बम गिराना, फाइटर जेट से लगातार हमले करते रहना, जबकि जो ऑपरेशन होता है उसमें पसिफिक टारगेट को खत्म किया जाता है और ऑपरेशन सोच समझकर किया जाता है और देखा जाता है कि कोलैटरल डैमेज ना होने पाए

  • इसमें आम नागरिक ना मारे जाए, जबकि जंग में ऐसा नहीं होता है जंग में सेना के जवानों के साथ साथ आम लोग भी घायल होते हैं या फिर मारे भी जा सकते हैं वहीं ऑपरेशन में उस व्यक्ति या चीज़ को खत्म किया जाता है जिससे देश को खतरा हो

  • जंग किसी भी बड़े मकसद के लिए होती है, जबकि ऑपरेशन अपनी सुरक्षा के लिए होती है दोस्तों उदाहरण के लिए आपको बताती हूँ जैसे 1999 में पाकिस्तान ने कारगिल पर कब्जा करने की सोच से जंग शुरू की थी, जबकि भारत के ऑपरेशन सिंदूर का मकसद आतंकवादियों के कैंप को खत्म करना था

  • देश की सुरक्षा करना था जंग के दौरान कई तरह के ऑपरेशन किए जाते हैं, जबकि किसी एक ऑपरेशन की वजह से जंग के हालात बन सकते हैं तो उससे एक बात और है भारत के एयर डिफेन्स सिस्टम्स के आगे दुश्मन देश के ड्रोन्स, फाइटर जेट सब बौने साबित हो रहे हैं जिसे एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान को नाकों चने चबवा दिए हैं।

  • एस 400 डिफेन्स सिस्टम क्या है आज वो भी जान लेते हैं। दोस्तों s 400 की सबसे बड़ी खासियत उसका मोबाइल होना है यानी रोड के जरिए इसे कहीं भी लाया या फिर ले जाया जा सकता है। इसमें नाइन टू वैन सिक्स इलेक्ट्रॉनिक स्टेट फेस टैरो लगा हुआ है, जो करीब 600 किलोमीटर की दूरी से ही मल्टिपल टार्गेट्स को डिटेक्ट कर सकता है

  • ऑर्डर मिलने के 5-10 मिनट में ही ये ऑपरेशन के लिए रेडी हो जाता है एस 400 की एक यूनिट से 17160 ऑब्जेक्ट स्कोर ट्रैक किया जा सकता है एक टारगेट के लिए दो मिसाइल लॉन्च की जा सकती है

  • दोस्तों एस 400 में जो 400 है, ये सिस्टम की रेंज को दर्शाता है भारत को जो सिस्टम मिल रहा है उसकी रेंज चार सौ किलोमीटर की है। यानी ये 400 किलोमीटर दूर से ही अपने टारगेट को डिडक्ट कर काउंटर अटैक कर सकता है साथ ही ये 30 किलोमीटर की उचाई पर भी अपने टारगेट को अटैक कर सकता है

  • डिफेन्स सिस्टम की हर यूनिट में एक कमांड और कंट्रोल सिस्टम में एक सर्वर लाइन्स रेडार, एक गाइडेंस रीडर और ट्रांसपोर्ट ट्रैक्टर लॉन्चर शामिल होता है साथ ही सिस्टम में अलग अलग रेंज की चार मिसाइलें भी है लम्बी दुरी के लिए , मीडियम रेंज लॉन्ग रेन्ज और वेरी लॉन्ग रेंज ये 40 किलोमीटर से लेकर के 400 किलोमीटर की दूरी तक काउंटर अटैक कर सकती है

  • भारत रूस से 400 किलोमीटर रेंज वाली मिसाइल खरीद रहा है जैसे फ़ोर ज़ीरो इन सिक्स की कहा जाता है। वेरी लॉन्ग रेंज की मिसाइल 400 किलोमीटर की दूरी के 77180 किलोमीटर की उचाई तक भी हमला कर सकती है दोस्तों पाकिस्तान ने 14 अक्टूबर 2000 किसको एच क्यू नाइन एज मिसाइल सिस्टम को सेना में शामिल किया

  • इससे चीन की प्रिसिजन मशीनरी इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कॉर्पोरेशन यानी सीपीईसी ने बनाया है ये लंबी दूरी तक सत्ता से हवा में मार करने वाला एक मिसाइल सिस्टम है, जिसे भारत के राफेल, सुखोई और ब्रह्मोस के हमलों को रोकने के लिए कराची और लाहौर जैसे शहरों में तैनात किया गया है भारत ने एस 400 डिफेन्स सिस्टम को रूस से खरीदा है और 2021 में सेना में शामिल किया ये एयर क्राफ्ट क्रूज़ मिसाइल बेलिस्टिक मिसाइल ड्रोन और स्टील्थ एयर क्राफ्ट को रोकने में पूरी तरह सक्षम है

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