मोदी जी के 11 साल जनता के ढेरों सवाल

मोदी जी के 11 साल जनता के ढेरों सवाल
मोदी जी के शासन में उन्हें प्रधानमंत्री बने तीसरे कार्यकाल के 11 मई हम 11 साल पूरे हो चूके हैं पांच 5 साल के दो कार्यकाल पूरा करने के बाद पिछले साल 9 जून को उन्होंने तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली थी तो 9 जून को उनके 11 साल पूरे हो गए हैं
और अब उनके 11 साल की समीक्षा जैसे स्वाभाविक होता है कि जब साल पूरी होती है तो होती है लेकिन अगर मीडिया में देख हैं मीडिया को माननीय मोदी जी की एक जो सबसे बड़ी उपलब्धि है वो ये है कि उन्होंने मीडिया को बिल्कुल मुट्ठी में रखा है
मुख्य मीडिया में जो वो मेन स्ट्रीम मीडिया है, खासतौर से इलेक्ट्रॉनिक चैनल जो टीवी चैनल है उन्होंने कहीं मोदी जीके खिलाफ़ भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ़ या केंद्र सरकार के खिलाफ़ आपको एक रिपोर्ट नहीं मिलेगी एक वाक्य तक सुनने को नहीं मिलेगा
बड़ी बड़ी घटनाएं होती हैं, लेकिन उन पर चर्चा नहीं होती केवल सरकार की प्रशंसा इन पर सुनने को मिलती है तो अगर न्यूज़ चैनल्स के आईने में देखें तो बल्ले बल्ले सरकार शानदार काम कर रही है
सरकार ने देश का उद्धार कर दिया देश की अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ती जा रही है हम चौथे नंबर पर आ गए हैं, तीसरे नंबर की तरफ बढ़ रहे हैं और ना देश में कोई बेरोजगार हैं ना देश में कोई समस्या ये है लेकिन अगर जमीनी विश्लेषण करें
ज़मीनी उसका आकलन करें सरकार के कार्यों का तो फिर विपरीत रिपोर्ट मिलती है मुझे एक मासूम गाजियाबादी जी है गाजियाबाद के रहने वाले हैं, बहुत राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त शायर हैं उनकी कुछ पंक्तियाँ याद आती है
हवा कुछ निजाम ए गुलसितां कुछ और कहता है। परिंदा कुछ शजर कुछ आशिया कुछ और कहता है।
सभा से ताजगी गुंचों से रौनक गुल से बु गायब चमन का हाल कुछ है बागबां कुछ और कहता है। है
दावा रहा भर का शर्तिया मंजिल पर पहुंचूंगा मगर हम दम गुब्बारे, गारवा कुछ और कहता है
बता मस्जिद की यहाँ में मैकदे की बात सच मानू एविज़ तू यहाँ कुछ और वहाँ कुछ और कहता तो टीवी ऐंकर तो कुछ कहते हैं सरकार के मंत्री कुछ कहते हैं अखबार कुछ कहते हैं, विपक्ष कुछ कहता है और जनता कुछ कहती है
जनता की स्थिति यह है कि बेशक हम तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहे हैं लेकिन लोगों की जेब खाली हुई है, गरीब और गरीब होते गए हैं, देश के और अमीर और अमीर होते गए हैं और ये कई सर्वे के कई सर्वेक्षण के आंकड़े हैं मैं ऐसे ही नहीं कह रहा हूँ देश की ज्यादातर प्रॉपर्टी 1% लोगों के पास है और जो नीचे निचले तबके के 50% लोग है, उनके पास मात्र 27% प्रॉपर्टी
तो ये हालत है इसकी है आय भी अब सरकार खुद कहती है की हम 80,00,00,000 लोगों को राशन दे रहे हैं 80,00,00,000 लोग पांच किलो राशन के लिए अगर लाइन में लगते हैं तो उनकी हालत समझी जा सकती है जीस आदमी की आर्थिक स्थिति ठीक होगी, वो पांच किलो राशन के लिए राशन की लाइन में नहीं लगेगा
देश में तीन बड़े संस्थान जो सरकारी नौकरी देने, जिनमें सबसे ज्यादा सरकारी नौकरियां निकलती थी तीन बड़े संस्थान जो सबसे ज्यादा रोजगार दे, इसमें देते थे। सेना, रेलवे और डाक तार विभाग, संचार विभाग तीनो में कई वर्षों से कोई रेगुलर भर्ती नहीं हुई है डाक तार विभाग में तो मुझे लगता है कि पांच 6 साल से कोई भर्ती नहीं हुई है
रेलवे में भी पांच 6 साल से कोई भर्ती नहीं है और सेना में जो अभी ये अग्निवीर योजना लागू की गई है, उसकी वजह से भी सेना की रेगुलर भर्ती नहीं हो रही है तो लोगो की रोज़ बेरोजगारी लगातार देश में बढ़ रही है देश के ऊपर कर्जा लगातार बढ़ रहा है जब माननीय मोदी जी सत्ता में आए थे, प्रधानमंत्री बने थे और देश के ऊपर 55,00,000 करोड़ का विदेशी कर्ज था
जो आज 200 लाख करोड़ से ऊपर पहुँच चुका है तो ये हालत देश की है शीर्ष बैंको में काला धन लगातार बढ़ रहा है लगातार देश के ठगों और फ्रॉड लोग देश का पैसा ले लेगा विदेश भाग रहे हैं, देश की संपत्ति लेकर विदेश भाग रहे हैं, ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही है
विदेश नीती में हम इतना हमारी विदेश नीती पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है जिन देशों से हमारे बहुत अच्छे संबंध होते थे, जब दो दुर्वे दुनिया थी एक तरफ एक ड्रॉप है, अमेरिका खड़ा होता था, दूसरे दरों पे रोज़ सोवियत रूस खड़ा होता था अमेरिका से हमारे ज्यादा मधुर संबंध नहीं थे, लेकिन सोवियत रूस हर दुख सुख में हमारे साथ रहता था
सोवियत रूस से हमारी बहुत अच्छी दोस्ती थी और जब 1971 में बांग्लादेश को लेके हमारी पाकिस्तान की सेना लड़ी अमेरिका ने अपना सातवाँ बेड़ा पाकिस्तान की मदद के लिए भेजा तो रूस ने भी अपना बेडा समुद्र में उतार दिया था और इस वजह से अमेरिका का बेड़ा रास्ते में ही खड़ा रहा था वो आगे बढ़ा नहीं, ऐसी हमारी विदेश नीती थी
नेहरू के समय में जो गुट निरपेक्ष आंदोलन बना वो गुटनिरपेक्ष भी एक गुट था। उस गुट के नेता नेहरू होते थे फिर इंदिरा
गाँधी जी ने दक्षेस बनाया दक्षेस की नेता इंदिरा गाँधी होतीं थीं यानी भारत होता था व्यक्ति प्रधानमंत्री तो अदालतें बदलते रहते हैं भारत एक लीडर की भूमिका में होता था और पाकिस्तान के खिलाफ़ यूएनओ में या अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में जब भी कोई प्रस्ताव गए या हमें जरूरत पड़ी
तो फ़िलिस्तीन, ईरान, इराक, अफगानिस्तान, बांग्लादेश जैसे मुस्लिम कंट्री हमारे साथ खड़े होते थे हमारे पक्ष में वोट डालते थे, हमारे पक्ष में बोलते थे आज हमारे अपने पड़ोसी बांग्लादेश से भी संबंध खराब हो गए जिंस बांग्लादेश के जन्म में ही भारत का योगदान है जो भारत की वजह से बांग्लादेश अलग देश बना
और जो हमेशा भारत का एहसान मानता था, आज वो बांगलादेश भी हमें आंखें दिखा रहा है और यह विदेश जो विदेश कूटनीति हमारी फेल हुई है और हमारे दूसरे देशों से संबंध खराब हुए है जावा, सुमात्रा और ये मॉरीशस, नेपाल जैसे छोटे देशों से भी हमारे संबंध खराब हो गए जिन देशों के हम हमेशा नेपाल हमेशा हमारे साथ खड़ा होता था आज नेपाल भी चीन की तरफ झुका हुआ तो ये जो इन संबंध खराब होने के कारण आपको पता है भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता से लेकर छोटे कार्यकर्ता इनके ट्रोल्स और इनके प्रवक्ता
इन इनके खिलाफ़ उल्टा सीधा बोलते हैं बांग्लादेश के खिलाफ़ भारतीय जनता पार्टी के ट्रोल्स जो 10 गली रोजाना देते हैं 10 लोगों को गाली देते हैं, उनमें बंगलादेश होता है, पाकिस्तान होता है, चीन होता है, मुसलमान होते हैं, दलित होते हैं, पिछड़े होते हैं, विपक्ष के नेता होते हैं
वैज्ञानिक तर्क गाली देते है और सेक्युलरिज़्म और संविधान को गाली देते है ये 10 गाली रोजाना बीजेपी के प्रवक्ता, बीजेपी के नेता बीजेपी के मंत्री अभी आपने देखा होगा मध्य प्रदेश के एक मंत्री विजय शाह सेना की कर्नल को आतंकवादियों की बहन कह रहे हैं
इस तरह का उल जलूल बयान देना आपने ये भी देखा होगा कि टीवी चैनल पर उस लाइव शो में भारतीय जनता पार्टी का प्रवक्ता कांग्रेस के प्रवक्ता की माँ को गाली दे रहा है। बहुत गाली दे रहा है। आप ने ये भी देखा होगा कि किस तरह विपक्ष के नेता विपक्ष की पार्टी के नेता और लोकसभा में है
राहुल गाँधी का मखौल उड़ाते हैं बीजेपी के लोग किस तरह है उनका चरित्र हनन करते हैं, उनकी माताजी के लिए क्या क्या अपशब्द बोलते हैं बहुत ही घटिया शब्दों का प्रयोग करते हैं, बड़े नेता करते हैं हमारे नेता श्री अखिलेश यादव जीके लिए अपशब्दों का प्रयोग करते हैं
ये माहौल इस तरह बीजेपी ने खराब किया है आप किसी देश को आरोपित करेंगे किसी देश को आप बांग्लादेशियों को चोर उचक्का बताएंगे बांग्लादेशियों पर लगातार आप हमले करेंगे तो बांग्लादेश के लोग तो सोचेंगे की ये देश हमें गाली क्यों दे रहे हैं देश के नेता गाली क्यों दे रहे हैं
इस तरह से जस्ट विपक्ष के नेता को किसी को आप गाली दोगे तो वो भी उसके मन में भी तो आपसे दूरी बढ़ेगी तो भारतीय जनता पार्टी ने राजनीति का माहौल भी खराब कर दिया अपनी अपने बड़बोलेपन की वजह से, अपने खराब भाषा की वजह से समाज का माहौल भी खराब कर दिया समाज में कहीं दलित दूल्हे को घोड़े पर नहीं बैठने दिया जाता
और फिर उसके पक्ष में भारतीय जनता पार्टी आरएसएस, विश्व हिन्दु पर संत बजरंग दल जैसे जो धर्म का झंडा उठाए हुए संगठन कभी खड़े नहीं होते कभी आपने सुना हो की किसी दलित को घोड़े से उतारा गया हो, उसे अपमानित किया गया हो, किसी दलित का उत्पीड़न हुआ हो
और बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, आरएसएस या बीजेपी के लोग कई आंदोलन करने गए हैं उनके पक्ष में। या गोकशी के नाम पर कहीं गरीब मुसलमानों को पीटा गया हो अभी अलीगढ़ में एक घटना हुई गाड़ी रोककर उनकी बुरी तरह पिटाई सड़क पर की इन्हें अधिकार किसने दिया
ये समाज का माहौल भारतीय जनता पार्टी के शासन में खराब हुआ प्रेस की स्वतंत्रता खतरे में मीडिया में मीडिया के ऊपर इतना दबाव इतना भय का माहौल बना रखा है कि पत्रकार जो सही रिपोर्ट दिखा दे, उसे तुरंत जेल भेज दिया जाता है
कई पत्रकार छह छह महीने एक 1 साल जेल में रहकर आए उनके ऊपर यूएपीए उनके ऊपर उनके घर पर जो है उनके ईड की छापे पड़वा देते हैं इनकम टैक्स के छापे पड़वा देते हैं, रेड करा देते हैं और ये खाली कहने में नहीं जो एक जो पूरे विश्व का सूचकांक आते हैं, पूरे विश्व की जो इन्डेक्स आते हैं, उसमें हम प्रेस स्वतंत्रता प्रेस फ्रीडम में लगातार गिरते जा रहे हैं
हम लगातार हमारी स्थिति खराब होती जा रही है। 144 45 नंबर पे हम पहुँच गए हैं 194 देशों के दुनिया में 144 45 वें नंबर पे प्रेस होता। बता में हम प्रेस फ्रीडम में पहुँच गए हैं, लोकतंत्र में भी हमारा इंडेक्स लगातार गिरता जा रहा हूँ। हंगर इंडेक्स में हमारा। जो सूचकांक हैं वो लगातार गिरता जा रहा है। हैपिनेस इंडेक्स होता है एक जो पूरी दुनिया में। लागू होता है, उसमें भी हम लगातार गिरते जा रह तो हालत ये है। की लगातार वहाँ जो जमीन पर लगातार माँ हाँ वो खराब है स्थितियां लेकिन भारतीय जनता पार्टी के भाषणों में उनके प्रेस विज्ञप्तियों में उनके आंकड़ों में, उनके कागजों में, उनके फ़ाइलों में देश लगातार तरक्की कर रहा है देश आगे बढ़ता जा रहा है
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