इजराइल बर्बाद हो रहा है खामेनेई की जान खतरे में

ईरानी मिसाइलों की कहर से डरकर अमरिका ने अपना जहाजी बेड़ा हटाया
इजराइल बर्बाद हो रहा है खामेनेई की जान खतरे में
मोसाद का हेड ऑफिस तबाह
क्या ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामनेई की जिंदगी खतरे में है इसके संकेत इजराइल और अमेरिका दोनों ने दिए इजराइल ने तो खुलकर बोल दिया इस पर और चर्चा करेंगे लेकिन ज़रा इस दृश्य को देख लीजिए ये इसराइल पर ईरान के अबतक के सबसे घातक हमले का दृश्य इजराइल का शहर का शहर जल रहा है
इसराइल और ईरान के बीच पांचवें दिन भी संघर्ष जारी दूसरी तरफ ईरान की राजधानी तेहरान भी जल रही हैं उसका लाखों बाशिंदे शहर छोड़ रहे हैं 16 जून की रात तेहरान से बाहर निकलने वाली सबसे चौड़ी सड़क पर कोई 50 किलोमीटर लम्बा जाम लग गया हजारों लोग सागर इलाके की तरफ पूछ कर रहे हैं लेकिन एक बात फिर से समझ लीजिए कि ये जंग एकतरफा नहीं, हरगिज नहीं है अपनी खुफिया रणनीति में जहाँ इसराइल ईरान पर 20 पड़ रहा है क्योंकि वो चुन चुन कर ईरान के टॉप कमांडरों को मार रहा है
ईरान के एक और डिप्टी कमांडर मेजर जनरल अली शादमानी की एक हवाई हमले में मौत हो गई है और ये जानकारी खुद ईरान की सेना ने दी है शादमान ईरान की खत्म अनाबिया हेडक्वाटर्स यानी सैन्य आपात कमान के प्रमुख थे उन्होंने 4 दिन पहले ही यह पद सम्भाला था मेजर सात मानी ईरान के सबसे सीनियर सैन्य अधिकारी थे और खामनेई के सबसे भरोसेमंद सैन्य सलाहकार भी उनकी मौत से ईरान को तगड़ा झटका लगा है
इस्राइली हमलों में अब 224 इरानी मारे जा चूके हैं जबकि 1481 लोग घायल हैं वहीं इजराइल में अब तक 24 लोग मारे गए हैं जबकि 600 से ज्यादा लोग घायल हैं लेकिन दूसरी तरफ ईरान ने इसराइल को बहुत गहरी चोट पहुंचाई इजराइल के नागरिको ने ना तो कभी ऐसी चोट खायी है और ना ही ऐसी दहशत देखी है। उसके एयर डिफेंस सिस्टम को ईरान ने बहुत बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है
हालांकि दावा तो इसराइल भी कर रहा है कि ईरान के आधे एयरस्पेस पर उसका कब्जा हो चुका है लेकिन ऐसा है नहीं अब सुनिए असली खबर जिस समय ईरान इसराइल पर कहर बनकर टूट रहा था ठीक उसी समय तेल अवीव से 10,0 किलोमीटर दूर कनाडा के अल्बर्टा प्रांत के करना स्की गांव में अमेरिकी राष्ट्रपति जी सेवन राष्ट्रध्यक्षों के साथ एक पारिवारिक फोटो खिंचवा रहे थे
उसी समय उनके सैटेलाइट फ़ोन पर एक संदेश गिरता है ट्रंप उसे पढ़ते है और तनाव में डूब जाते हैं वो फोटो सेशन के बीच से ही मंच से उतर जाते हैं और कहते हैं कि बस मेरे सारे कार्यक्रम खत्म करो, मुझे जल्दी से जल्दी वॉशिंगटन पहुंचना है
ट्रंप वैसे भी 1 दिन पहले कनाडा से निकलने वाले थे, लेकिन उन्होंने इजराइल पर ईरान की घनघोर बमबारी के बीच जी सेवन की बैठक कम से कम 6 घंटे और पहले छोड़ दी
हम ज़रा घटनाक्रमों पर गौर कीजिये अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने वहीं से चेतावनी जारी की कि सभी लोगों को तुरंत ईरान की राजधानी तेहरान खाली कर देनी चाहिए बनारस इस पार करें तो समथिंग है वो भी पंपोर गिविंग आप चार्ली उन्होंने कहा कि ईरान ने मूर्खता की है उन्हें अमेरिका के साथ न्यूक्लियर डील साइन कर लेनी चाहिए थी
ट्रम्प ने टूथ सोशल मीडिया पर लिखा कि ईरान का हमारे आगे ना झुकना शर्मनाक है और लोगों के जीवन को खतरे में डालने वाला है सीधे शब्दों में कहें तो ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते मैंने ये बार बार दोहराया है सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए इसी बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से पत्रकार पूछते हैं की ट्रंप ने जी सम्मेलन को अचानक क्यों छोड़ा, इस पर मैक्रो कहते हैं कि ट्रंप संभवता इसराइल और ईरान के बीच सीजफायर की संभावना पर विचार करने जा रहे हैं
इतना ही नहीं फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने ट्रंप पर चुटकी लेते हुए कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अगले कुछ घंटों में चीजें बदल जाएंगी लेकिन चुकी अमेरिका ने आश्वासन दिया है की वो युद्धविराम करेंगे और क्योंकि वो इसराइल पर दबाव डाल सकते हैं इसलिए चीजें बदल सकती है
ट्रंप को जब ये बात पता चली तो बुरी तरह तमतमा उठे उन्होंने ट्रूथ सोशल पर अपनी भड़ास निकालते हुए लिखा कि ये मैन्युअल मैक्रो को कोई आइडिया नहीं है की मैं वॉशिंगटन क्यों जा रहा हूँ लेकिन यह निश्चित तौर पर युद्धविराम से नहीं जुड़ा हुआ है उससे भी बहुत बड़ी कोई बात है बने रहिए
अब सवाल उठा कि अगर ये सीजफायर नहीं है तो किस बात ने ट्रंप को इतना परेशान कर दिया और वो बात बात में इतने ज्यादा क्यों भड़क रहा है हालांकि वो बुनियादी तौर पर तुनकमिजाज है लेकिन जी सेवन जैसे बड़े अंतरराष्ट्रीय फोरम पर ऐसी तुनक मिजाजी का मतलब कुछ अलग होता है
जो भी हो लेकिन डोनल्ड ट्रंप के इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में अटकलों का तूफान खड़ा कर दिया क्या अमेरिका कोई बड़ा सैन्य कदम उठाने
जा रहा है अपनी तरफ से अब देखिये कि उधर ट्रंप कनाडा से निकल रहे होते हैं और इधर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का एक बयान आता है कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई का खात्मा हमारा मकसद है और इससे पहले जंग नहीं रुकने वाली वो तभी तो खून उसी में अब उदा फ़ोन पूछा गया कि इससे तो जंग और भड़क जाएगी
इस पर नेतन्याहू ने सीधा कहा कि आयतुल्लाह खामेनेई की हत्या से जंग बढ़ेगी नहीं बल्कि खत्म होगी बल्कि इसके बिना जंग रुके ही नहीं सकती इसके पहले भी खबर आई थी कि नेतन्याहू ट्रम्प से को खत्म करने की मंजूरी चाहते हैं तो क्या ट्रंप ने जी सेवन की बैठक तय समय से पहले इसलिए छोड़ दी कि उन्हें वॉशिंगटन पहुँच कर काम को खत्म करने की रणनीति पर अपने सलाहकारों और इस्राइली कमांडरों के साथ बैठकें करनी गौर कीजिए
ट्रंप ने कहा कि ये सीजफायर से बहुत ज्यादा बड़ा होने वाला है पूरी दुनिया इसे लेकर अपने अपने तरीके से अंदाजे लगा रही है सीबीएस न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर जेनिफर जैकब ने सोशल मीडिया एक्स्पर्ट दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इरानी अधिकारियों से मिलने के लिए अमेरिकी मेडलिस्ट दूत स्टीव इट कॉफी या उपराष्ट्रपति जेड ईवेंट्स को भेजने पर विचार कर रहे हैं
आपको बता दें कि जेनिफर जैकब ट्रंप की कनाडा यात्रा में एयर फोर्स वन पर सवार थीं यहाँ एक बात और गौर करने वाली देशों ने ईरान इजराइल युद्ध को लेकर एक साझा डिक्लेरेशन तैयार किया था इसमें कहा गया है कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं होने चाहिए और इसराइल को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है
बयान में इस बात पर भी ज़ोर दिया गया है कि मिडल ईस्ट में तनाव को कम करने के किसी भी कोशिश में गज़ा में सीजफायर भी शामिल होना चाहिए ताकि पूरे इलाके में शांति की दिशा में ठोस कदम बढ़ाए जा सके जब ये डिक्लेरेशन तैयार हो रहा था तब डॉनल्ड ट्रंप खन्ना स्कीमें ही मौजूद थे लेकिन उन्होंने इस पर हस्ताक्षर नहीं किया
इसका मतलब ये है की वो गजा और ईरान को लेकर किसी भी तरह के समझौते के मूड में नहीं है लेकिन सवाल फिर से वही आता है ट्रम्प ने बैठक बीच में आनन फानन में क्यों छोड़ी और क्या इसका आयतुल्लाह खामनेई के ज़िंदगी से कोई सीधा रिश्ता है
क्या अमेरिका भी अब किसी भी सूरत में खामनेई का चाहता है क्योंकि एक बात तो तय है कि ईरान जीस मोड़ पर इस समय खड़ा है वहाँ खामनेई के जीवन पर कोई भी आंच आई तो नेतृत्व पूरी तरह से बिखर जाएगा और इसराइल अमेरिका का काम आसान हो जाएगा
दोनों ही देश आधिकारिक तौर पर मानते रहे हैं की खामनेई के होते हुए ईरान की आक्रामकता को काबू में नहीं किया जा सकता पूरी दुनिया इस समय हम नई को लेकर आशंकाओं से भरी हुई है किसी को नहीं मालूम की ये वो भी सकता है या नहीं और अगर ऐसा हुआ तो आगे क्या
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