गया का नाम बदलने से विकास ने पकड़ी रफ्तार

गया का नाम बदलने से विकास ने पकड़ी रफ्तार
गया का नाम बदलने से विकास ने पकड़ी रफ्तार
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जी मेरे सामने है टोक्यो जी दाहिनी तरफ हैं न्यूयॉर्क जी और बाईं तरफ वॉशिंगटन जी और आसपास के जो इलाके हैं वहाँ तमाम जी बिखरे हुए और मेरा पूरा विश्वास है कि अब न्यूयॉर्क का भी विकास होगा, टोक्यो का भी विकास होगा, लंदन का भी विकास होगा क्योंकि देखिये गया का विकस तो अब कोई रोक नहीं सकता है जहाँ कृपा अटकी हुई थी, सॉल्व कर दिया गया गयाजी अब जीके बाद जो है ना सम्मान में कुछ बचता है ना विकास में कुछ बचता है और और ना ही जो है वो सरकारी क्षमताओं उसकी नैतिकताओं में कुछ बचता है
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उसके इरादों में बचता है तो अब हर तरफ जी ही जी हो गया है गयाजी हो गया है, प्रयाग जी हो गया है, अयोध्या जी हो गया है, काशी जी हो गया, कुछ दिनों में मथुरा जी भी हो जाएगा तो वो जो जी जी का महत्त्व रहा है तमाम फिल्मी गाने बने हैं तो अगर आपने गया शहर को देखा हुआ है और अगर वहाँ आपको गंदगी नजर आ रही है तो आपको अपनी आँखों का इलाज कराना चाहिए
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अगर आपको दिखाई दे रहा है कि वहाँ बहुत भारी जाम लगा हुआ है। आपको अपनी आँखों का इलाज कराना चाहिए क्योंकि ये तो शानदार पीछे चमकती हुई इमारतें आपको दिखाई दे रही है यह सिर्फ इस वजह से हुआ है कि देखिये पहले न्यूयॉर्क भी वैसा ही था गया की तरह जिसदिन न्यूयॉर्क, न्यूयॉर्क जी हो गया उस दिन के बाद से ये देखिये चमकती हुई बिल्डिंग है कौन सी खड़ी हो गई और इधर टोक्यो जी और इधर वॉशिंगटन जी उधर लंदन जी मतलब समूचा विकास जो है ना वो जी में जहाँ अटका हुआ था वो प्रॉब्लम सॉल्व कर लिया है
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नीतीश कुमार ने और भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने और आपको पता ही होगा कुंभ जी मैं क्या हुआ था, कितने लोग कुचल कर मर गए थे, कितने लोगों का कुछ पता नहीं चला वो सब इस वजह से हुआ था की योगी आदित्यनाथ ने प्रयाग तो कर दिया था, इलाहाबाद से प्रयाग जी नहीं किया था तो इसलिए एहतियात के तौर पर की कोई गया मैं कुचलकर ना मर जाए कोई मथुरा में कुचलकर ना मर जाए कोई काशी में कुचलकर ना मर जाए या कोई लूट, हत्या, बलात्कार की घटनाएं नहीं हुईं बनारस का पता ही होगा भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के लौंडे पकड़े गए थे
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एक बीएचयू आइआइटी की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में यह सब इस वजह से हुआ क्योंकि काशी जी नहीं था। और प्रयाग जी नहीं था तो इसीलिए गया जी कर दिया गया है बिहार में बिहार के लोग एकदम मगन है और चारों तरफ से मांग उठ रही है कि पटना जी क्यों नहीं किया है पटना जी जब तक नहीं होगा और कायदे से तो होना यह था कि बिहार जी कर देते है, सारा टन टाई खत्म करो और अब एक अनिवार्य कर देना चाहिए
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इस तरीके से सब लोग एक दूसरे को जी जी जी जी बोले गे तो ना कोई भूख की समस्या रहेंगी, ना बेरोजगारी की कोई समस्या रहेंगी, ना बेईमानी की कोई समस्या रहेंगी ना लोगों को शिक्षा के कोई समस्या रहेंगी। खाने पीने की कोई समस्या नहीं रहेंगी। सब समस्याओं का जो निदान है वो ईसीजी मैं वैसे एक बार बोलकर दिखायें। दीनदयाल उपाध्याय नगर जी रिपीट नहीं होना चाहिए एक बार मैं बोल देंगे तो अपना नाम लिखकर भेजिएगा आपके लिए खास इनाम भी भेजा जा सकता है दीनदयाल उपाध्याय नगर जी तो ऐसे ऐसे शहरों के नाम बदले जा रहे हैं
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जिसका कोई तुक नहीं बनता है नया का नाम अगर वो हालांकि बोधगया गया से सटा हुआ है, एक उपनगर है लेकिन अगर उसको बुद्ध बुद्ध के साथ गया कि पहचान बनती है तो अगर पूरे शहर का नाम अगर बोधगया कर दिया जाता या बुद्ध नगर कर दिया जाता तो भी बात समझ में आती थी,
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लेकिन ये गयाजी कर देना ये निहायत बेवकूफाना फैसला है और इसका जितना विरोध होना चाहिए क्योंकि नाम बदलना जो है वो केवल एक नोटिफिकेशन का मामला नहीं है। इसमें सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च होते हैं सारी फाइलें बदलेंगी। सारे साइन बोर्ड्स बदलेंगे। सब कुछ अधिकारियों के जो बोर्ड लगे हुए थे, वह सब बदलेंगे। कागजों में सारी चीजें बदलेंगी। एक यूनिवर्सिटी जब दो हिस्सों में बढ़ती है, उसका खामियाजा उसे यूनिवर्सिटी के नाम बदलने से या दो हिस्सों में बाँटने से वहाँ के छात्र छात्राओं को भुगतना पड़ता है
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उसका आप अंदाजा नहीं लगा सकते हैं। तो इस तरीके से नाम बदलकर केवल अगर कोई सरकार सोचती है कोई नेता सोचता है कि उसने बड़ा अच्छा काम कर दिया है तो कम से कम नीतीश कुमार जैसा सुलझे हुए नेता से। किस तरीके के मूर्ख आना जाहिलाना फैसले की उम्मीद नहीं की जा सकती
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लेकिन अगर आप बदल ही गया है तो हम लोग यही कह सकते हैं की बधाई जी शुभकामनाएं जी करते रहिये जी और बाकी सब लेकिन जनता का ध्यान भी रखते रहिए जी, जो कि आपके बस का है नहीं जिंस तरीके से पाकिस्तान का मामला हुआ है और सीजफायर हुआ है जी। और जीस तरीके से कहा जा रहा है कि सेना जो है वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगे नतमस्तक है जी पूरा विपक्ष नतमस्तक हैं
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बस कहना ये है की नाम बदलने से विकास नहीं होता काम करिये धन्यवाद
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