भाजपा से कब निकाले जाएंगे विजय शाह . सोफिया कुरैशी पर इतनी घटिया सोच

भाजपा से कब निकाले जाएंगे विजय शाह सोफिया कुरैशी पर इतनी घटिया सोच
भाजपा से कब निकाले जाएंगे विजय शाह सोफिया कुरैशी पर इतनी घटिया सोच
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बड़ा अफ़सोस होता है क्योकि हमें विजय शाह जैसे लोगों को भी माननीय कहना पड़ता है वो जिनकी सोच में ही जहर है, नफरत है, महिलाओं का अपमान है जब देश की बेटी कर्नल सोफिया कुरैशी ने पाकिस्तान की हालत खराब कर देने की खबर मीडिया के कैमरों के सामने दी तो हम सभी गर्व महसूस कर रहे थे
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हर हिंदुस्तानी ने यही कहा की ये हमारी बेटी है, हमारी शेरनी हैं, भारत माता की बिटिया है, लेकिन दोस्तों आपको पता है विजय शाह जैसे लोगों की सोच क्या है उनकी नीयत कितनी गन्दी है
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इस बयान पर पूरे देश में नाराजगी है हाईकोर्ट में जस्टिस श्रीधरन ने कहा कि इस मंत्री की भाषा गटर छाप है अभी केस दर्ज करे विजय शाह पर एफआइआर तो हुई तो वो सुप्रीम कोर्ट भागा लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने एफआइआर रद्द करने से इनकार कर दिया विजय शाह का जो बयान आपने सुना, वह साफ दिखाता है कि इस इंसान की सोच कितनी वाहियात है आखिर क्यों उसने सोफिया कुरैशी को उन आतंकियों की बहन कहा
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सिर्फ इसलिए क्योंकि सोफिया कुरैशी मुस्लिम हैं वो इस्लाम को मानने वाली बेटी है विजय शाह नाम का ये शख्स भूल गया कि सोफिया कुरैशी हिंदुस्तान की सच्ची सिपाही है कर्नल है और क्या मुस्लिम होना इस बात का प्रमाण है कि वो देशभक्त नहीं हो सकती अगर ऐसा है तो बेगम हजरत महल जिन्होंने 1857 में ब्रिटिश रेजिडेंसी पर कब्जा करके अंग्रेजों की नींद उड़ा दी थी उनके लिए क्या कहेगा ये आदमी जलियांवाला बाग में शहीद होने वाली बीबी उमर बाई की देशभक्ति पर भी इसे शर्म आ रही होगी
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1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लेने वाली राना बानो पर क्या बोलेगा ये आदमी हमारे देश का नाम रोशन करने वाली सानिया मिर्जा, शबाना आज़मी ये सब भी मुस्लिम है, महिला है तो इनके बारे में क्या बोलेगा ये नफरती सोच का इंसान दोस्तों विजय शाह के बयान के दौरान मुझे ज्यादा तकलीफ किस बात से हुए पता है आपको विजय शाह के बगल में बैठीं मुस्कुराती हुई महिला को देखकर ये उषा ठाकुर है
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मध्य प्रदेश की सरकार में कैबिनेट मंत्री और विजय शाह की बात पर मुस्कुरा रही थीं इनके अंदर की महिला क्या मर चुकी है इनको नहीं लगा कि देश की बहादुर बेटी के लिए ऐसी भाषा कतई स्वीकार नहीं हो सकती इनको नहीं लगा की ये खड़ी होकर विरोध करें अपने मंत्री को बताया कि यह गंदगी मत करो लेकिन नहीं इनको मज़ा आ रहा था तुम्हारी जाती तुम्हारे समाज की बहन को भेजा है सोफिया कुरैशी मुस्लिम है तो वो आतंकवादियों की बहन हो गयी और तुम ऐसी घटिया भाषा बोल रहे हो तो तुम किसके रिश्तेदार हो
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दोस्तों आप सोचिये की इस विजय शाह का ये बयान अगर दूसरे देशों में चले अगर ये बयान पाकिस्तानी अपने चैनल्स पर चलाए तो भारत की कौन सी छवि बनेगी क्या सोचेगी दुनिया हमारे बारे में की जीस बेटी ने पाकिस्तान की बखिया आज वो अपने ही देश में ऐसी गंदी और भद्दी सोच का शिकार हो रही है क्यों क्योंकि वो मुस्लिम है क्योंकि उसका नाम सोफिया कुरैशी है सिर शर्म से झुक जाएगा आपका ऐसे इंसान को सुनकर हाइ कोर्ट हैरान रह गईं
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सुप्रीम कोर्ट नाराज हो गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटियों के पैर छूते है महिलाओं के लिए बहुत सी योजनाएं चलाते हैं, क्या आज उनको शर्म नहीं आ रही होगी अपने इस नेता पर दोस्तों, ऐसे लोगों को कोई हक नहीं की यह हमारे आपके रहनुमा बने रहें कोई हक नहीं इनको सत्ता में रहने का ऐसी सोच के लोग समाज में कहीं भी रहने के लायक नहीं है यह बिल्कुल मत सोचियेगा कि विजय शाह ने पहली बार कुछ ऐसा बोल दिया है बल्कि इसकी फितरत इसकी आदत ऐसी ही है

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महिलाओं के बारे में इसकी सोच हमेशा इतनी ही घटिया रही हैं इसी तरह बॉलीवुड की एक्ट्रेस विद्या बालन और विजय शाह के बीच में भी 2020 में विवाद हुआ था जब विद्या बालन मध्यप्रदेश के बालाघाट जंगलों में अपनी फ़िल्म शेरनी की शूटिंग कर रही थी उस वक्त विजय शाह मध्य प्रदेश की सरकार में वन मंत्री था और देर रात विद्या बालन से मुलाकात करने की जिद पर अड़ गया जब विद्या बालन ने इसके साथ मुलाकात करने के ऑफर को ठुकरा
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दिया तो उससे यह तमतमा गया और अगले ही दिन फ़िल्म की शूटिंग के लिए प्रोडक्शन टीम की गाड़ियों को जंगल में प्रवेश करने से रोक दिया गया बालाघाट के जिला वन अधिकारी ने कथित तौर पर केवल दो गाड़ियों को ही अंदर जाने की परमिशन दी, जिससे शूटिंग अटक गई और इस घटना को विद्या बालन और विजय शाह के बीच हुए विवाद से जोड़कर देखा गया था लेकिन विवादों से इसका नाता बेहद पुराना है 2013 में मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी
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शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे और उस वक्त विजय शाह जनजातीय कार्य मंत्री थे खंडवा में कार्यक्रम के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह के बारे में विवादित टिप्पणी कर दी थी विजय शाह ने कहा कि भैया के साथ तो रोज़ जाती हो कभी देवर के साथ भी चला करो इस डबल मीनिंग टिप्पणी को लेकर आपत्तिजनक माना गया, जिसके बाद विवाद बढ़ गया और विजय शाह को अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा हालांकि कुछ महीनों बाद शिवराज सरकार में फिर से वो कैबिनेट में शामिल कर लिए गए
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क्योंकि उनके आदिवासी वोट बैंक के प्रभाव का मसला था क्या प्रधानमंत्री जी अपने इस बदतमीज़ बदमिजाज नेता को पार्टी से बाहर करेंगे क्या मोहन यादव अपने इस मंत्री से इस्तीफा लेंगे क्या बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा इस नेता को बुलाएंगे अपने पास क्या ऐक्शन लेंगे इस पर देश को बताइए क्योंकि पार्टी से निलंबित कर देना मंत्री पद छीन लेना और फिर तीन महीने बाद बहाल कर देना, ये कोई सजा नहीं है
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ऐसा इंसान समाज का दुश्मन है छोटे बच्चों पर क्या असर पड़ेगा इसकी सोच का इसकी बातों का सबक ऐसा हो कि आने वाले वक्त में कोई भी नेता, विधायक, सांसद, मंत्री कोई भी इतनी घटिया बात बोलने से पहले सोचने से पहले भी 1000 बार सोचें, उसकी रूह कांप जाए ऐसी सजा देखकर
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दोस्तों ये देश लक्ष्मी का है, दुर्गा का है सरस्वती सीता राधा सावित्री का है, जहाँ मीराबाई की भक्ति है, जहाँ अहिल्याबाई है, जहाँ शबरी है उस देश में कोई विधायक, कोई मंत्री इस देश की बहादुर बेटी को आतंकियों की बहन कहता है, आतंकियों से रिश्ता जोड़ता है और हमारे भीतर का इंसान कुछ नहीं बोलता, लेकिन दोस्तों हम तो बोलेंगे ऐसी घटिया बात सिर्फ इसलिए क्योंकि कर्नल सोफिया कुरैशी मुस्लिम हैं सवाल है दोस्तों और ये सवाल पूछुंगा कि क्यों बीजेपी ने अब तक इस नेता को गोद में बैठा रखा है
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क्यों इसे पार्टी से बाहर नहीं करती भाजपा सिर्फ नारे लगाने के लिए पार्टी डिफरेन्स पर एक्शन नहीं लिया जाएगा विजय शाह जैसे लोग इस समाज पर कलंक हैं, कलंक हैं, कलंक है और ऐसी घटिया सोच की हम निंदा करते हैं
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