गृहमंत्री अमित शाह जवाब दे कौन से मुसलमान ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ थे

गृहमंत्री अमित शाह जवाब दे कौन से मुसलमान ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ थे
गृहमंत्री अमित शाह जवाब दे कौन से मुसलमान ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ थे
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गृह मंत्री अमितशाह ने कहा – मुसलमान को खुश करने के लिए ममता दीदी आपने ऑपरेशन सिंधु का भी विरोध किया विरोध की देश के गृह मंत्री अमित शाह का यह बयान आपने सुना या देखा होगा
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देश के गृह मंत्री अपने बयान में ये कहना चाह रहे हैं कि अगर आप इस देश में ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ़ बोलेंगे तो मुसलमान खुश होंगे ये कितना आपत्तिजनक बयान है और इस बयान के बारे में बोलते हुए अपने चुनावी एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कतई यह नहीं सोचा कि इस देश के मुसलमानों की राष्ट्रभक्ति को इस देश के मुसलमानों की देशभक्ति को इस देश के मुसलमानों के कुर्बानी को उनकी जम्हूरियत के प्रति वफादारी को कितनी बार वो तौलना चाहते हैं
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क्या भारतीय जनता पार्टी ने इस बात का बकायदे अब ऐलान कर दिया है कि इस देश के मुसलमानों को वो इस देश का बराबर का शहरी नहीं मानते वरना देश के गृहमंत्री जैसे बेहद संवेदनशील और बैठ करके अमित शाह जी को ये बयान देना चाहिए
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गृह मंत्री अमित शाह जैसे बंगाल में यह भाषण दे रहे थे उसी बंगाल से एक शहीद हुआ सेना का जवान जिसका नाम था हवलदार झंटू अली शेख, झंटू अली शेख जब पहलगाम हमले के बाद वहाँ पर रेकी चल रही है वहाँ पर इस बात की तलाशी चल रही है उस समय भी आतंकी हमले का शिकार हुआ
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एक शहीद झंटू अली शेख उसी बंगाल का नागरिक था और जब शहीद झंटू अली शेख आखरी वक्त की नमाज़ अदा की जा रही थी यानी नमाज़ ए जनाजा उस वक्त जो तकरीर की गई थी, उस तकरीर को गृह मंत्री अमित शाह को भी सुनना चाहिए
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भारतीय सेना मजबूत है और दुश्मनो के मजबूती से लड़ सकती है
जो मेरा भाई इस देश के लिए ये देश की जनता के लिए अपनी जान को उस तकरीर को सुनने के बाद एक बार ये भी सोच सुनिए ये शहीद झंटू अली शेख के बड़े भाई सूबेदार रफीकुल शेख जो खुद सेना में हैं जो खुद कश्मीर में है वो क्या बोल रहे है इसको गृह मंत्री अमित शाह जी आप को गौर से सुनना चाहिए सबसे मेरा भाई तू जलमो है वो है देश की रुकिए मैं बिल्कुल रहा हूँ जो कि भाई अचानक हुआ सर्वोच्च बलिदान दिया बोला ठीक है
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गृह मंत्री अमित शाह जी, आप तो तीनों सेनाओं के एक बड़े मुखिया भी हैं, आपके अंदर में ऐसा रहता है, आप गृह मंत्री हैं फिर आप बंगाल के बेटे पैरा सिक्स के कमांडो झंटू अली शेख के बारे में अगर नहीं जानते तो हमें कम उम्मीद है कि बिहार के छपरा के बेटे बीएसएफ इन्स्पेक्टर मोहम्मद इंतियाज को भी नहीं जानते होंगे दोनों ने आतंकियों से लड़ते हुए कुर्बानी दे दी इससे मुल्क के लिए, सिर्फ वतन के लिए जब आप यह वाक्य बोल रहे थे कि ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ़ बोल करके मुसलमानों को खुश किया जायेगा तो आप मुझे लग रहा है कि बीएसएफ के जवान इम्तियाज़ अली की कुर्बानी को मजाक उड़ा रहे हैं
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अपमान कर रहे हैं गृह मंत्री अमित शाह जी भूल गए होंगे जब तीन अधिकारियों को सेना की ब्रीफिंग के लिए भारत का पक्ष रखने के लिए देश ने दुनिया के सामने जब प्रेस कॉन्फ्रेन्स के चेहरे के रूप में देखा तो देशभर के लोग इस बात को खुश हुए देख कर के की ये विविधता ये भारत की पहचान है उसमें एक बड़ा नाम था कर्नल सोफिया कुरैशी का कर्नल सोफिया कुरैशी का भी अपमान कर रहे हैं गृह मंत्री अमित शाह जी, जब आप ये वाक्य बोल रहे है की ऑपरेशन सिंदूर के खिलाफ़ बोल करके मुसलमानों को खुश किया जाएगा गृहमंत्री अमित शाह जी आप शायद भूल गए होंगे कि इन्हीं कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ़ कितना कुछ आप के मंत्रियों ने बोला आपके नेताओं ने बोला बीजेपी के मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह पर आज तक आपकी पार्टी ने कोई कार्रवाई की क्या आपके पार्टी के कई और नेताओं ने, विधायक को ने सांसदों ने इतनी ओछी और अपमानजनक टिप्पणियां की गृहमंत्री जी आप इसी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चूके थे
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और इसी पार्टी के आप बड़े नेता हैं आपके बिना तो इस पार्टी में कुछ होता भी नहीं कोई नाराज भी आपसे बिना पूछे नहीं होता कोई खुश भी आपसे बिना पूछे नहीं होता क्योंकि उसे पता है कि आपके काम करने का तरीका अलहदा है गृह मंत्री अमित शाह जी, आपको इस बात का जवाब देना चाहिए की यह वाक्य बोल कर
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के आप कितने मुसलमानो का अपमान कर रहे आप मुसलमानों तो छोड़िये आप विदेश सचिव विक्रम मिस्री के परिवार को नहीं बचा पाए और उन गालियां देने वालों को विक्रम मिस्त्री के परिवार के खिलाफ़ नफरत थी बयान देने वालों को उनके बेटी के खिलाफ़ जहर बोलने वालों को अपने एक कार्रवाई नहीं की और लोग शायद भूल गए होंगे कि 2024 में जब आपके क्लिप काट के चला दी गयी थी जिसमे आप आरक्षण के विरोध में बोल रहे थे तो आपने सब के ऊपर मुकदमा करवा दिया था
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आपने विक्रम मिस्री जो विदेश सचिव हैं उनके खिलाफ़ बोलने वालों पर किसी पर मुकदमा कराया क्या आपने कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ़ बोलने वाले अपनी पार्टी के किसी नेता के खिलाफ़ नोटिस दिया आप क्यों देंगे आप तो खुद ही मुसलमानों के खिलाफ़ इस कदर बोलते है इसी भाषण में गृह मंत्री अमित शाह आगे ये बोलते हुए सुनाई देते है की वो 2017 में इस बात का ऐलान कर चूके थे कि बंगाल में बीजेपी की सरकार बनेगी, आप बीजेपी की सरकार बनाने के लिए चले गए, आप बीजेपी की सरकार बनायें, आपको जो करना है करें आपको जो बोलना है बोले लेकिन इस देश के मुसलमानों के खिलाफ़ के नफरत आपको शोभा नहीं देती
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आप गृहमंत्री आपको याद होगा गृह मंत्री अमित शाह जी आपने इस पूरे पहलगाम के हमले के बाद केवल अपनी फोटोज जारी की थी जब आप जम्मू कश्मीर गए थे तुरन्त उसके बाद आपने देश को कोई जवाब दिया क्या आपने कोई सवाल का जवाब दिया आपने अपनी कोई बयान अपना कोई पक्ष रखा अब आप कहेंगे की ये काम गृहमंत्री का नहीं है ये काम इसमें गृहमंत्री का कोई रोल नहीं होता है तो मैं आपसे पूछना चाहता हूँ कि किरण रिजीजू किसके लिए कह रहे थे कि सरकार की चूक हुई है
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अगर सरकार ने चूक कबूल की है तो यह चूक किसकी थी, गृहमंत्री की थी या नहीं थी, फिर आप कहेंगे की नहीं मंत्री की चूक कैसी फिर मैं आपको याद दिलाना चाहता हूँ कि जब 26 11 का हमला हुआ था तो आपके पार्टी के नेता और बड़े नेता जिसमें अरुण मरहूम अरुण जेटली का नाम शामिल हैं, जिसमें राजीव प्रताप रूडी का नाम शामिल है, ज़रा इन दोनों के बयानों को आपको सुनाना चाहता हूँ जो देश के सरकार की आलोचना कर रहे थे और गृह मंत्री का इस्तीफा मांग रहे थे शिवराज पाटिल
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उसके बाद आपको यह भी सुनना चाहिए कि उस समय के मुख्यमंत्री और आज के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी तो जा करके उसी घटना स्थल के समय प्रेस कॉन्फ्रेंस करने चले गए
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लेकिन देश को प्रधानमंत्री से बहुत कुछ अपेक्षाएं थीं कल रात के नाम उनका संदेश निराशाजनक रहा प्रधानमंत्री को सुनने के बाद अरुण जेटली को सुनने के बाद बीजेपी के तमाम नेताओं के बयानों को सुनने के बाद क्या आज बीजेपी को यह नैतिक राजनीतिक सबक नहीं लेना चाहिए की गृहमंत्री जी आपका इस्तीफा क्यों नहीं होना चाहिए था
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गृहमंत्री जी, आपने एक बार भी देश को कोई सवाल का जवाब क्यों नहीं दिया आप भाषण करने चले गए बंगाल में और भाषण करने तो राजनीतिक नहीं कर रहे हैं आप ऑपरेशन सिंदूर का राजनीतिक इस्तेमाल करके मुसलमानों के खिलाफ़ इतना बड़ा बयान दे रहे गृहमंत्री जी आपने इस देश को संबोधित क्यों नहीं किया
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आपने अपना इस्तीफा क्यों नहीं दिया और याद रखिये जब 26 11 हुआ था तो उसके बाद शिवराज पाटिल का इस्तीफा भी हुआ था उन्होंने बयान भी दिया था और बारिश के वक्त प्रधानमंत्री खुद पहुँच गए थे मनमोहन सिंह वहाँ पर अपना पक्ष रखने के लिए लेकिन इस बार तो आपकी आपकी सरकार ने इतनी किरकिरी करा दी है कि इस बात के सवाल इतने पूछे जा रहे है की आप और आपका टेलीविज़न चैनल और रोज़ टीवी पर बैठकरके केवल आप को बचाने का काम कर रहा है हमले हुए भारत ने नौ ठिकानों पर हमले किए, पूरे देश में आपके साथ दिया, देश के मुसलमानों ने आपका साथ दिया गृहमंत्री जी अमित शाह जी आप एक बार इन तस्वीरों पर क्या कहना चाहेंगे
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ये तस्वीरें कश्मीर के मुसलमानों की ये तस्वीरें उस वक्त की है जब पहलवान हमला हुआ और पूरे कश्मीर का एक एक मुसलमान पाकिस्तान के खिलाफ़ आतंकियों के खिलाफ़। देश के समर्थन में खड़े होकर के बाजार बंद करा रहा था, बयान दे रहा था, रो रहा था और आपका साथ दे करके कह रहा था कि हमारे मुल्क के नागरिक को, पर ये जो कातिलाना कायराना हमला हुआ है, हम इसकी मजम्मत करते हैं और आप
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अपने मुल्क के साथ खड़े हैं गृहमंत्री जी आपने इनका अपमान किया की नहीं गृहमंत्रीजी कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक इस मुल्क का हर बाशिंदा चाहे वो हिंदू हों या मुसलमान चाहे वो सिख हो या इसाई चाहे वो गरीब हो या किसान चाहे वो सेना का जवान हो या सामान्य नागरिक सबने एक साथ कहा की हम देश के साथ है
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