सिंदूर लेकर बिहार पहुंचे मोदी बिहारियों ने दागे सवाल

सिंदूर लेकर बिहार पहुंचे मोदी बिहारियों ने दागे सवाल
सिंदूर लेकर बिहार पहुंचे मोदी बिहारियों ने दागे सवाल
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भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं को सेना के अपमान के काम पर लगा करके प्रधानमंत्री जी रोड शो रैली के लिए निकल पड़े देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब विदेशी दौरे से आपातकाल में लौटे थे तो उस समय पूरा देश सकते में था पूरा देश आतंकी हमले से सिहर रहा था पूरा देश एकजुट हो कर के कह रहा था की अब इस तरह की चीजों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए
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मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक भी सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक भी जवाब नहीं देते जो सवाल पूछे जाते हैं और अब सेना के शौर्य पर खुलेआम सियासत करने के लिए वो पूरे देश के भ्रमण पर निकल चूके है
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आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के अपने दो दिवसीय दौरे की शुरुआत कर रहे हैं मगर दिलचस्प बात यह है कि चाहे वह जयप्रकाश नारायण की स्मृति में बना हुआ पटना एअरपोर्ट के नए भवन का उद्घाटन हो चाहे वो रैली हो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए पटना की सड़कों पर ये जो पोस्टर लगे हैं यह इस बात को चीख चीखकर के बयां कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब खुलेआम अपनी सहमति से अपनी स्वीकृति से सेना के शौर्य पर सियासत कर रहे हैं
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सेना के शौर्य पर सियासत बीजेपी की तरफ से कोई नया नहीं है पहले भी सेना के शौर्य पर बीजेपी ने वोट मांगा था और हमने पहले भी कई वीडियो में हमने यह बात बताई भी कि अब आपरेशन सिंदूर के नाम पर मोदी जी की पोस्ट कि अब ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर मोदी जी का पायलट भेस में जो फोटो लग रहा है वाइब्रेंट गुजरात में वो फोटो की रैली, रोड शो फूल बरसाना वो सब हो चुका है
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कर्नल सोफिया कुरैशी का परिवार गुजरात में रोड शो में फूल बरसाने के लिए प्रशासन की तरफ से बुलाया गया तो अब जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में रोड शो करने जा रहे हैं तो एयर मार्शल एके भारती के परिवार को बुलाया गया तस्वीरें तो नहीं दिख रही हैं, प्रधानमंत्री जी इस बात का जवाब दें क्या इन्हीं इन सब तस्वीरों और पोस्टरों में मज़ा आ रहा है
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क्या बिहार की राजनीति को अब उनके पास कोई मुद्दा नहीं बना है क्योंकि बिहार में चुनाव हैं तो चुनाव में इनके भाषण को सुनिए प्रधानमंत्री जी बिहार में जो जो बोल रहे हैं या जो जो बोलेंगे, चुनाव के पहले तक उसका एक एक लफ्ज सुनियेगा
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या तो वो बिहार के लालू प्रसाद यादव के सासन को कोसने का काम करेंगे पुराने तीर्थ को याद करके कोसते हुए नजर आएँगे और इस बात का जवाब रत्ती भर भी नहीं देंगे कि नीतीश कुमार के साथ गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी पिछले 20 साल में लगभग लगभग 20 साल सरकार में शामिल रही है प्रधानमंत्री जीस पर कोई जवाब नहीं दे रहे हैं,
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लेकिन सबसे पहला सवाल बिहार वाले पुंछ में की बिहार की पटना की सड़कों पर ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर सिंदूर को घर घर पहुंचाने के कार्यक्रम की आड़ में अब मिसाइल अब सेना की बाद और सेना के नाम पर ये भारतीय जनता पार्टी जो कर रही है क्या वो बिहार के लोगों को स्वीकार होगा
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यह सवाल बड़ा दिलचस्प है और ऐसे वक्त में जब एक के बाद एक बयान आ रहा है बीजेपी के एक नेता का बयान तो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें वो सेना के लोगों को खासकर वायु सेना के लोगों को आलसी और नालायक बोलते नजर आ रहा था
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ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सबके ध्यान में एयरफोर्स स्टेशन में क्या हुआ नालायक की होगी इनकी सोए होंगे ये लोग हमारा तो कोई कसूर नहीं है हम लोगो ने तो अपने पलकों में बिठाकर इनको यहाँ बिठाया, बाद में उसकी सफाई मीडिया में आती है कि उसके बयान को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया
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वो सेना के लोगों को नहीं बोल रहा था लेकिन एक बात आपको पता है भारतीय जनता पार्टी का एक नेता अपने बयान पर टिका हो तो बता दीजिये बीजेपी का मध्य प्रदेश का मंत्री विजय शाह ने बोला क्या की हाँ कर्नल सोफिया का हमने अपमान किया था आज तक उसके मामले में क्या हुआ जुलाई की डेट मिल गई है और उस पर कोई कार्रवाई नहीं
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कर्नल सोफिया कुरैशी का अपमान और उनके परिवार को बुलाकर फूल माला रोड शो पर फेंक पाई जाएगी ऐसे ही विक्रम मिश्री के परिवार को कब बुलाएंगे मोदी जी ये सवाल का जवाब बिहार वालों को भी दे दीजिये और बिहार वाले तो पूछ रहे हैं की एयर मार्शल एके भारती जीके परिवार को आप क्यों नहीं बुला रहे
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बिहार आ रहे हैं, बिहार में चुनाव है, बिहार में वो किन सवालों का क्या जवाब देंगे बिहार के लोगों ने कुछ सवाल पूछने शुरू कर दिए बिहार के लोग बूंद बिहार नाम से ट्विटर चलाते हुए तमाम उन वादों की याद दिला रहे हैं प्रधानमंत्री जी को कि आप है पिछले 11 साल से प्रधानमंत्री आपने वादा किया था, इनमें से कितने वादे पूरे हुए, जिसमें से सबसे पहला वादा मैं
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आपको किसी और की भाषा में नहीं, खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग उस पर आपका क्या राय सुनिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिहार के हक की लड़ाई है हर नागरिक आर इस बात को लेकर आंदोलित हैं
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24 घंटे में आप सीमांध्र को दे सकते हैं बीजेपी की सहमति से और पिछड़े राज्य बिहार जैसे पिछड़े राज्य की उपेक्षा कीजिये यानी ये बहुत भयंकर भेदभावपूर्ण रवैया है उसका लोग विरोध कर रहे हैं और आज लोगों के मन में ये बात चुभ गई है और यह बिहार की अस्मिता के साथ जुड़ गया है
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हमारे इस अभियान का कोई मजाक उड़ाना चाहता है, कोई पार्टी मजाक उड़ाना चाहती है तो वो अपने लिए ही कब्र खोदे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना की सड़कों पर पैदल प्रोटेस्ट मार्च निकालते हुए यह कहते हुए सुनाई दे रहे थे
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कि जब कई राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा दिया जा सकता है तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्यों नहीं देते 1 साल से ज्यादा होने को है और अब साल भर पूरा होने को है 4 जून 2024 को जब आम चुनाव 2024 के परिणाम आए थे तो उस परिणाम के बाद जब सरकार बनाने में वक्त लिया गया तो सबसे बड़ी भूमिका चंद्रबाबू नायडू के बाद नीतीश कुमार के थे
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नीतीश कुमार पिछले 1 साल से केंद्र की सरकार की सबसे मजबूत बैसाखी बने हुए हैं नीतीश कुमार केंद्र में अपनी सरकार को शामिल कर आये हुए और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। अब नीतीश कुमार के पूछे गए सवाल पर जब मंच सजेगा और याद रखिये पहलगाम के बाद पहला मंच की सजा था तो वो बिहार में सजा था मधुबनी में सजाता हस्ते खेलते, गलबहियां करते अठखेलियां लेते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बगल में खुद मुस्कुराते और भाषण अंग्रेजी भोजपुरी सब मिला कर देते हैं
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार चुनाव को कितनी गंभीरता से लेते हैं, इस बात को मैं फिर से दोहराते हुए कह रहा हूँ की पहलगाम हमले के तुरंत बाद पहली रैली बिहार करने मोदी जी चले गए ऑपरेशन सिंदूर नहीं हुआ, कुछ नहीं हुआ, कुछ पता ही नहीं क्या आगे क्या होगा लेकिन रैली जरूर हुई थी अब फिर से रैली का मंच सज गया भाषणों का दौर चल रहा है भाषणों में अच्छे अच्छे नए नए जुमले माँ भारती के लाल नसों में गर्म सिन्दूर तरेरकर टेलीप्रॉम्प्टर से पढ़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों को वायरल होते हुए सोशल मीडिया से लेकर वॉट्सऐप पर बिहार के लोग देखेंगे
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इस बात का जवाब पूछिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने में नीतीश कुमार क्यों नाकाम हो गए जिनके सहारे पर सरकार चल रही है खबर ये आती है कि चंद्रबाबू नायडू तो भारी भरकम अपनी शर्तों को मनवाकर नई राजधानी अमरावती बनाने के नाम पर पुराने मुकदमे वापस करने के नाम पर कई बार दिल्ली आते हैं, बड़ी बड़ी डील करते हैं और खूब सारा झुला भर करके वापस लौट जाते है
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नीतीश जी को क्या मिला नीतीश जी तो अपनी राजनीति के उत्तरार्ध पर है किसी अधिकारी को जब स्वागत करने वो गमला लेकर आ रहा है तो उसी के माथे पर गमला रख दे रहे कभी किसी महिला जो स्वागत करने आ रही है उसको ऐसे पकड़ ले रहे हैं जिससे मामला असहज हो जा रहा है
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कभी मुख्यमंत्री होकर के उम्र में बड़े हो करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पैर छूते नजर आ रहे हैं तो कभी किसी अधिकारी के सामने गिड़गिड़ाते नजर आ रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या यह सवाल देश की जनता उनसे नहीं पूछेगी यह दीगर बात है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच दोनों पार्टियों के बीच कितनी सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा
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क्या होगा अभी ये सवाल तो बाद में आएगा, अभी झगड़ा होगा और झगड़े को कैसे सुलझाया जाएगा, कैसे? संजय झा, ललन सिंह। विजय चौधरी से लेकर के अशोक चौधरी की भूमिका ये बड़ी कर दी जाएंगी पता नहीं क्या क्या मिल जाएगा,
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जेडीयू को बिहार को क्या मिलेगा अब बिहार को क्या मिला इसकी लिस्ट ज़रा देखिए
साल 2014 में घोषणा की गई थी प्रधानमंत्री के द्वारा के नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि हम बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देंगे। हकीकत यह है कि 11 साल के बाद भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला साल 2014 में ही चीनी मिलों के जीवन की बात मोतिहारी में बोली मोतिहारी की चीनी से बनी चाय अब भी वादा है नरेंद्र मोदी जी का 2015 का वो भाषण आपको याद है की नहीं, मैं चाहता हूँ की छोटी सी क्लिप पर जरूर सुनिए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुरे और जोश में बिहार में जा करके कितना करोड़ दूँ? 40,00,00,000 दू 50,00,00,000 दू 60,00,00,000 दूंगा 80,00,00,290 करोड़ ऐसा लच्छे दर भाषण दिया था
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ऐसा मोदी जी कहा था
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प्रधानमंत्री को बिहार के पैकेज की घोषणा यहीं से करना चाहता हूँ करो करो 50,000 करूँ की ज्यादा करूँ? 60,000 करूँ की ज्यादा करूँ 70,000 करोड़ रु की ज्यादा करो 75,000 करोड़ रु की ज्यादा करो 80,000 करों की ज्यादा करो 90,000 करों की ज्यादा करो। मेरे भाइयों बहनों, मैं आज वादा करता हूँ। दिल्ली सरकार बराबर ठीक रखके सुन लीजिए। दिल्ली सरकार 1,25,000 करोड़ रुपये का पैकेज देगी 1,25,000 करोड़ रुपया 1,25,000 करोड़ का पैकेज देने का यह भाषण जो वायरल तो उतना नहीं हुआ जब इस भाषण का पास किया था हम झूठा नहीं पूरा किया और उसके बाद बिहार 2015 के बाद 2025 में पूछ रहा है कि 1,25,000 करोड़ का हिसाब क्या
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