मोदी पाकिस्तान से बदला लेने में कांप रहे हैं सुब्रमण्यम स्वामी ने बोला हमला

मोदी पाकिस्तान से बदला लेने में कांप रहे हैं सुब्रमण्यम स्वामी ने बोला हमला
कश्मीर पहलगाम में इतना बड़ा आतंकी हमला हुआ आतंकियों ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 27 पर्यटकों की हत्या कर दी। लेकिन विपक्षी पार्टियों ने सरकार से उतना मुखर होकर हिसाब किताब नहीं मांगा जितना इससे पहले मांगते थे। ना ही इस्तीफों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेन्स पर प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। लगा कि इस बार विपक्ष और सरकार मिलकर एक साथ ही इस पूरे मसले से लड़ने पर सहमत हो गए।
विपक्ष सवाल उठाता रहा लेकिन इस्तीफा लिया जाए। प्रधानमंत्री से लेकर गृहमंत्री तक उतना उतावलापन विपक्ष में दिखाई नहीं दिया। बेगुनाह नागरिक को पर हाल के समय में पहली बार इस तरह का हमला हुआ। लेकिन किसी भी पार्टी ने प्रधानमंत्री से लेकर गृह मंत्री के इस्तीफ़े और पहलगाम की घटना को लेकर बहुत मुखर सवाल भी नहीं पूछे। सिर्फ देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया इस हमले को लेकर चर्चा कर रही है। पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है
लेकिन अमेरिका कह रहा है की मैं। भारत का भी करीबी हूँ और उससे ज्यादा पाकिस्तान का करीबी भी। वही सब के बीच मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर उतना। तेजी के साथ नहीं रही, उतना सख्त लहज़े में नहीं रही। लेकिन मुश्किल मोदी सरकार के सामने अपनों ने ही लाकर खड़ी कर दी। यानी राहुल गाँधी से ज्यादा बीजेपी के लिए मुश्किल बीजेपी के ही लोगों ने खड़ी करी है। इस हमले पर राहुल गाँधी के ट्वीट उतने सख्त या मोदी सरकार पर सवाल खड़े करने वाले
उतने तेवर वाले ट्वीट नहीं है। जीतने की तेवर और सख्त लहज़े वाले ट्वीट बीजेपी के ही अपने साथियों के मोदी सरकार पर विपक्ष उतना हमलावर नहीं है जितना बीजेपी के ही एक पूर्व सांसद बीजेपी पर हमलावर है। बीजेपी के लोग बीजेपी पर हमलावर है। यह बात सुब्रमण्यम स्वामी की। जो लगातार ट्वीट कर रहे हैं और एक सिक्वेन्स है। हर खबर जो पहलगाम से जुड़ी हुई है, उस पर वह प्रधानमंत्री मोदी को टारगेट करते हैं। गृह मंत्री अमित शाह को टारगेट करते हैं
और प्रधानमंत्री के इस्तीफ़े के साथ साथ गृह मंत्री के इस्तीफ़े तक की मांग कर देते। लग रहा है कि बीजेपी के अंदर हमले को लेकर दो तरह के। आवाजें उठ रही है। अमित शाह को तुरंत बर्खास्त करने की मांग बीजेपी के वरीष्ठ नेता सुब्रमण्यन स्वामी कर चूके हैं। अमित शाह को लेकर तमाम तरह के सवाल उठ रहे। अमित शाह के पास तमाम एजेंसियां काम करती है। सभी एजेंसियां अपना रिपोर्ट अमित शाह को सौंपी है। वहीं पहलगाम में वो इतने बड़े आतंकी हमले ने अमित शाह की नीतियों को लेकर सवाल खड़े करने की वजह दे दी। अमित शाह के हाथ में गृह विभाग है आम जनता की सुरक्षा की व्यवस्था सारी जिम्मेदारी
अमित शाह के हाथों में है। इसके बाद अमित शाह अपना काम किस तरह से कर रहे हैं, यह विपक्ष तो पूछ ही रहा है, लेकिन बीजेपी के साथी और बीजेपी के पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी भी बहुत तीखे अंदाज में पूछ रहे हैं। विपक्ष से ज्यादा मोर्चा तो सुब्रमण्यम स्वामी ने खोल रखा है। बीजेपी के अपने नेता अमित शाह पर जब हमलावर हो तो समझिए कि मोदी सरकार के लिए मुश्किल अपने घर में ही। सीधे सीधे अमित शाह को बर्खास्त करने की मांग सुब्रमण्यम स्वामी उठा चूके हैं। इस मांग को लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक को उन्होंने टारगेट किया और यहाँ तक कह दिया कि दोनों को उठाकर मार्गदर्शक मंडल में भेज दीजिये
इससे साफ पता चलता है कि अब प्रधानमंत्री मोदी भी बीजेपी के अपने ही लोगों के निशाने पर आ गए। उनके इस्तीफ़े तक की मांग करने लगे। बेलगाँव हमले को लेकर पूरा देश गुस्से में मोदी सरकार के सभी दावों की पोल खुल गई। अमित शाह की सभी खुफिया एजेंसियों की पोल खुल गई। पर्यटकों पर हुए हमले को लेकर आम जनता आक्रोश में हैं तो सुब्रमण्यम स्वामी प्रधानमंत्री से अपील करते हैं कि अमित शाह को बर्खास्त कीजिये और प्रधानमंत्री का भी इस्तीफा मांग लेते हैं। वही। वो कहते है की अब अपनी नाकामी को छुपाने के लिए मोदी उषा अपना इस्तीफा दे दें कि पुलवामा हमले की तरह पहलगाम का हमला भी हो गया
वोट की राजनीति बनकर रह गई है और प्रधानमंत्री मोदी आने वाले चुनावों में इस बड़े हमले को वोट मांगने के लिए इस्तेमाल कर सकते। जिसतरह से अमित शाह और प्रधानमंत्री पर हमले सुब्रमण्यम स्वामी कर रहे हैं उससे लग रहा है कि आने वाले वक्त में बीजेपी के भीतर ही इस पर दो दो हाथ होने की संभावना। बीजेपी और प्रधानमंत्री ने कहा था कि 370 हटने के बाद कोई आतंकी हमला नहीं होगा, पूरी घाटी सुरक्षित हो जाएगी, लेकिन उस पर सवाल खड़े होने लगे
सुब्रमण्यम स्वामी को इसकी परवाह नहीं है कि विपक्ष क्या कहता है बीजेपी क्या कहती है प्रधानमंत्री क्या कहते हैं सुब्रमण्यम स्वामी की लोग इस पर क्या कहते हैं उन्हें परवाह नहीं वो प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को कटघरे में खड़ा कर रहा है सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर वो लिखते हैं कि जवाबी हमले
बजाये पहले मोदी और शाह का इस्तीफा मांगना चाहिए उन्होंने लिखा कि कई बार इसकी परीक्षा हो चुकी है पाकिस्तान चीन माल्दीव, बांग्लादेश हर मामले में दोनों ने सरेंडर किया है एक और पोस्ट में वो फिर लिखते हैं कि जब तक मोदी अपनी टीम के साथ इस्तीफा नहीं देते तब तक पाकिस्तान और चीन के भारत विरोध से नहीं लड़ा जा सकता
उन्होंने ये भी लिखा कि पाकिस्तान चीन और अमेरिका तीनों के मामले में। मोदी ने किसी ना किसी तरह से समझौता किया है। यानी की 25 से ज्यादा निहत्थे भारतीयों की मौत हो गई है। ऐसी परिस्थितियों में इन मौत का गवाह कौन बन रही है उन व्यक्ति की पत्नियां यानी की पति की हत्या आतंकियों ने की और पत्नी को जिंदा छोड़ दिया
अब वो पत्नियां अपने पति की मौत की गवाह बन रही है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी है की उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा है
उन्होंने कहा सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि पाकिस्तान के चार टुकड़े कर कर ही आप इसका बदला ले सकते हैं लेकिन उसके लिए प्रधानमंत्री मोदी के घुटने रहा है। अब इतने तीखे सुर में इतने तीखे शब्दों में हमला विपक्ष तो कर नहीं पा रहा सुब्रमण्यम स्वामी विपक्ष का काम भी कर रहा है और बीजेपी के भीतर नई मोर्चाबंदी भी कर रहे हैं बहरहाल देखना होगा कि सुब्रमण्यम स्वामी के ये ट्वीट बीजेपी के भीतर किसी तरह की हलचल खड़ी कर पाते हैं या नहीं
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