सरकार पर भड़के कपिल सिब्बल और दिया सुझाव

कपिल सिब्बल सरकार पर भड़के और कुछ सुझाव भी दिए और कहा प्रधानमंत्री जी से पहली आज एक स्पेशल सेशन ऑफ पार्लियामेंट स्पेशल सच। पार्लियामेंट का बुलवाइए। वहाँ। चर्चा कीजिए। सबकी राय लीजिए। क्योंकि देश आपके साथ खड़ा है। कोई ऐसा विपक्ष का नेता नहीं हैं जो आपके साथ नहीं खडा क्योंकि ये हिंदुस्तान की सोवेरिनटी के ऊपर है टैक्स। मासूमो लोगो की हत्या हुई है जिनको इंसानियत का काम नहीं है। आतंकी सिर्फ आतंकी है उसका कोई मजहब नहीं है, उसका कोई शर्म नहीं। और आतंकवाद से वह अपने जो इशूज़ पाकिस्तान। वो दुनिया के सामने लाना चाहता है। और उसी संदर्भ में वह सोचता है की भैया हमारी जो मिलिट्री सिस्टम है पाकिस्तान का वो बरकरार। यह तो हुई टेरर टैक्स की बात।
और मैं क्यों कहता हूँ कि सत्र बुलाना चाहिए पहली बार पहली बात तो एक रेज़ोल्यूशन पास होना चाहिए। यूनानीमस रेज़ोल्यूशन। जिसमे जो देश की भावना है। वह स्पष्ट तरीके से अंतरराष्ट्रीय देश। की हम सरकार के साथ खड़े हैं देश इकट्ठा। इसपे कोई मतभेद नहीं है। और हम इसको टॉलरेट नहीं करें। पहली बात। अगर वो बोले हम रेजोल्यूशन पास करते हैं। के। ऐसा कंट्री वी विल नॉट। तो निश्चित रूप से। हमें हर बड़े देशों में अफ्रीका यूनाइटेड अरब । चाइना, जापान, ऑस्ट्रेलिया। न्यूजीलैंड। रशिया। साउथ अमेरिका डेलिगेशन भेजनी चाहिए। जिसमे। सरकारी एमपी एस भी हो। भाजपा के भी हो। और विपक्ष के इस।
और। कौन किस जगह जाएगा ये तय कर देना चाहिए ताकि सब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सब देशों को बताएं। की ये स्थिति है। पहली बात यह है। जब तक आप ये डिप्लोमैटिक इनिशिएटिव नहीं लोगे तब तक आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वो प्रेशर जो डालना चाहिए आप जो करोगे सो करोगे वो तो अलग बात है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो प्रेशर डालना चाहिए उन्हीं की बात जानना था आपका जो जो बड़े बड़े देश जो पाकिस्तान के साथ व्यापार करते हैं। उनको कहना चाहिए कि आप हमारी मार्केट में नहीं आओगे। हम आपको इजाजत नहीं देंगे। जब तक आप इस व्यापार को बंद नहीं करेंगे।
जो यूएस बाकी देशों के साथ करना करता है। आप करिये ना। और देश आपके साथ खड़ा रहेगा। आपको नुकसान थोड़ा बहुत होगा। बट कोई बात ये जो वेस्टर्न कन्ट्रीज है, ये जो देश है इनको भी हिंदुस्तान की मार्केट चाहिए। और हर डिप्लोमैटिक इनिशिएटिव में ये बात रखनी चाहिए। क्या आप अगर हमारी मार्केट चाहते हैं तो ये बंद यूनाइटेड नेशन्स द्वारा प्रेशर जाना चाहिए। और सिक्युरिटी काउंसिल में रेज़ोल्यूशन। पेश करना चाहिए
और फिर देखते है की चाइना उसका विरोध करता है। ये हमारा साथ हमारे साथ। ये डिप्लोमैटिक इनिशिएटिव आपको देना पड़ेगा और देखिये देश हमारी तरफ देख रहा है क्योंकि उनको मालूम है कि जो जो आज के दिन स्तिति चीन के प्रति हैं तो निश्चित रूप से उनको हिंदुस्तान चाहिए। बिना हिंदुस्तान के मार्केट से वो अपनी जीडीपी भी नहीं बढ़ा सकते
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