कश्मीर पहलगाम में हुआ आतंकी हमला l पाकिस्तान की खूनी सजिश

इधर देश में भाजपा हिंदू मुसलमान वाले नफरती पोस्ट करने लगे जो काम आतंकी आधा अधूरा करके गए थे उसे इस देश का गोदी मीडिया अंजाम तक पहुंचाने लगा तो उसको ये समझने की जरूरत है कि आतंकियों ने धर्म पूछकर मारा ही इसे लिए क्योंकि उनको 28 लोगों की जान ही नहीं लेनी थी। की 150 करोड़ लोगों के बीच नफरत की खाई भी खोद नहीं थी आधा काम पाकिस्तान से आए दरिंदों ने कर दिया और बाकी का आधा काम मीडिया और भाजपा कर रही है आप सोचिये बतौर गोदी मीडिया आतंकी हत्या करते समय कुछ लोगों को कहकर गए कि तुम को नहीं मार रहे हैं जाकर मोदी को बता देना इसमें किसका फायदा है गोदी मीडिया का आतंकवादियों का या किसी और का? असली खेल ही धर्म देखकर मारा इसे प्रचारित करने में है अरे गिद्ध भी शरीर को लाश बनने के बाद गोश्त के ऊपर मंडराना शुरू करते हैं लेकिन भाजपा ने हमला होते ही हिंदू और मुसलमान का अजेंडा सेट करना शुरू कर दिया अपने मरे हुए पति के बगल में बैठकर आप करती पत्नी का कार्टून पोस्टर पर अपनी राजनीति के लिए दरिंदे भी इस्तेमाल नहीं करते कितनी ही पत्नियों की मांग का सुहाग चला गया
कितनी ही बच्चे यतीम हो गए लेकिन भाजपा को सिर्फ अपना राजनीतिक फायदा दिखाई दे रहा है हैं जो सवाल पूछने की हिम्मत गोदी मीडिया की नहीं आतंकियों के हाथों मारे गए मेरे भाइयों के लिए मैं अमित शाह और मोदी से सवाल करती आतंकी कश्मीर के भीतर घुसे कैसे क्या नोटबंदी से आतंकवादियों को कोई फर्क नहीं पड़ा आतंकियों के पास बंदूकें कहाँ से जब 370 हटा करके कश्मीर में शांति कायम कर दी गई थी जब भारत के दूसरे हिस्सों के लोग कश्मीर में जमीनें खरीदने वाले थे। जब मोदी लाल आंख करके टहल रहे थे जब अमित शाह कश्मीर पर संसद में अपने गार बजा रहे थे तो फिर कैसे इतना बड़ा आतंकी हमला हुआ कैसे हुआ टीआरएस की आतंकियों ने हमला करने की जिम्मेदारी ले ली लेकिन सरकार में वो कौन जिम्मेदार है जो हमला रोकने में नाकाम रही 28 भारतीयों की सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी थी। ये नरेंद्र मोदी इस्तीफा देंगे क्या गृह मंत्री अमित शाह इस्तीफा देंगे क्या राजनाथ सिंह इस्तीफा देंगे कोई शर्म नहीं है
इन लोगों में सब कुर्सी के गुलाम हैं कुर्सी के लालची इनकी पार्टी हमले के पीछे छिपकर हिंदू मुसलमान करने चली बता रही है कि देखा जाति पूछकर नहीं मारा धर्म पूछकर मारा। अब एक सवाल और पूछूंगी और उसका सही सही उत्तर अपने मन को दीजियेगा आतंकियों ने धर्म पूछकर 28 लोगों को मार दिया जिन लोगों ने कलमा नहीं पड़ा उनको मार दिया लोगों की पैंट उतरवाकर देखी जिनका खतना नहीं हुआ था उनको मार दिया मुसलमान आतंकियों ने हिंदुओं को मार दिया गोदी मीडिया से बार बार यह प्रचारित करवाने में किसका फायदा है। क्या आतंकियों का किसी और का पहलगाम हमले का किसी कश्मीरी मुसलमान ने सपोर्ट नहीं किया भाजपा ने अपने ट्विटर हैंडल से आपको ये नहीं बताया ना ही गोदी मीडिया आपको ये बता रहा है आतंकवादियों का जब हमला हुआ तो नजाकत अली नाम के एक व्यापारी ने चुकी मुसलमान था उसने 11 सैलानियों की जान बचाई गोदी मीडिया ने आपको ये बताया गोदी मीडिया ये नहीं बता रहा है क्योंकि ये बताने से धर्म पूछकर मारा वाला जो एन गल है वो कमजोर हो जाता है हमले के बाद मस्जिद से हो रहे इस ऐलान को सुनिए ज़रा ये भी गोदी मीडिया की कुछ सुपारी पत्रकारिता से अलग है कोई मरम्मत अल्लाह? एक ज़रूरी आलम समाज फरमाइए। अभी अभी हम सबको। एक खबर मोसुल हुई है। के पहलवान कश्मीर में टूरिस्ट पे 62 घर दो ने अटैक किया है। जो के कारखाने में समर्थ है।
दुनिया के कोने कोने से। कश्मीर में लोग सारा तफरी के लिए तस्वीर लाते है। और। उनका इस किस्म का सलाह करना या इस किस्म का अटैक करना घूस दिलाना है। और हम पूरी हवा में भरोसा इसकी मजम्मत करते हैं। हमले के बाद कश्मीर में आम कश्मीरी इस आतंकी हमले की मरम्मत कर रहा है। उसे सुनिए उस पे नहीं है। अच्छा अच्छा आज इंसानियत का खत्म हुआ है ये जो गवर्नमेंट है जो कश्मीर की हम उनसे पुरज़ोर मजम्मत करते हैं क्या उनसे इल्तिजा रिक्वेस्ट करते है की जिसने भी ये हमला किया है काजल को जरूरत पेश किया जाए करते हैं वे। दोस्तों पहल गांव में आतंकी हमला करके कहाँ गायब हो गए
उनको सर्च करके कैसे अभी तक नहीं पकड़ा जा सका ना पुलवामा के आतंकी मिले नहीं पहलगाम की आतंकी मिले भाजपा राज्य में बड़े से बड़ा आतंकी हमला करके आतंकी कैसे गायब हो जाते हैं आतंकियों तक हम अब तक क्यों नहीं पहुँच पाए उन्हें हम अब तक क्यों नहीं मार पाए ये हमले में बचे हुए लोगों ने आतंकियों के कुछ स्कैच बनवाए हैं अगर ये आपको कहीं भी दिखाई देते हैं तो इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दीजिये मैं ये फोटो आपके सामने लेकर के आई हूँ बताया जा रहा है की यही वो आतंकी है जिन्होंने हमले किए थे चलिए ये तो विडिओ में अब तक हुई है एक बात लेकिन अब मैं कश्मीरियों से बात करना चाहती हूँ मैं 1015 दिन कश्मीर में रही हूँ कश्मीर को समझाये 22 नवेली और पहलगाम में भी 3 दिन बिताए है मैंने वहाँ मोहब्बत भी पाई और नफरत का नासूर भी अपनी आँखों से देखा है इसलिए आप सुनिए दूसरी बात कश्मीर के पहलगाम में जो आतंकी हमला करने आये तो बिना किसी लोकल सपोर्ट के पहलगाम तक नहीं पहुंचे होंगे कश्मीर में आम लोगों का कुछ हिस्सा आतंकियों को अपना हीरो मानता है आतंकियों को ये भरोसा होता है कि वो कश्मीरी लोगों के बीच बंदूक लेकर आराम से घूम सकते हैं 28 लोगों की मौत की जितनी जिम्मेदार भाजपा सरकार है उतनी ही जिम्मेदार कश्मीर के वो कुछ लोग भी हैं। कश्मीर के लोगों की रोज़ी रोटी सिर्फ कहवा बेचकर डल झील में नाव चलाकर या केसर बेचकर या से बेचकरके ही नहीं चलती है कश्मीर पर्यटकों की आमद से चलती है याद रखिये स्वर्ग कितना भी सुंदर हो अगर उसकी सुंदरता देखने वाले उसका बखान करने वाले नहीं होंगे तो वो सुन्दर तक किसी काम की नहीं होगी इसलिए आतंकियों को हीरो बनाने का समय अब खत्म हो गया है आम कश्मीरी जीस तरह से पहलगाम हमले के बाद कैंडल मार्च निकाल रहा है वो दिखाता है कि आम कश्मीरी आखिर क्या चाहता है आतंकियों को हीरो बनाना अब पूरी तरह से बंद करना होगा 60 प्रतिशत मामलों में दहशतगर्द कश्मीर के ही रहने वाले लोग निकले हैं जो आतंकी ट्रेनिंग कैंपों में ट्रेनिंग लेते हैं। अगर किसी कश्मीरी परिवार का बच्चा आतंकी कैंपों में ट्रेनिंग ले रहा है या ये बात उसके परिवार को अगर मालूम है कि उसका बेटा लिया पति या भाई या कोई और गलत राह पर है तो पुलिस को तुरंत बताइए दोस्तों पिछले बुधवार से ये अंदेशा होने लगा था
कि कुछ बहुत बड़ा होने वाला है हमने भी अपने चैनल पर खबर चलाई थी की कुछ बड़ा होने वाला है प्रधानमंत्री ने अपना कश्मीरी दौरा रद्द कर दिया था मोदी राष्ट्रपति से मुलाकात कर रहे थे कश्मीर के राज्यपाल दिल्ली में थे गृह मंत्री अमित शाह रक्षामंत्री राजनाथ सिंह स्वास्थ्य मंत्री नड्डा की इन सबकी मोदी के साथ मीटिंग चल रही थी अंदेशा लगाया जा रहा था की राष्ट्रपति के अधिकारों पर कुछ बहुत बड़ा होने वाला है लेकिन इस बीच इतनी बड़ी आतंकी वारदात हो जाएगी ये किसी ने नहीं सोचा था अब बहुत हो गया मोदी अगर अब भी लाल आंखें दिखाने में सक्षम है तो इन आतंकी कुत्तों को कुत्तों की मौत मारना चाहिए। और भविष्य में कोई आतंकी हमला करने की सोच भी ना सके इसका पुख्ता इंतजाम करना चाहिए लेकिन अब तक भाजपा की तरफ से जायजा लेने और पहलगाम हमले के बाद हिंदू मुसलमान करने के अलावा कुछ किया नहीं गया है 5 तारीख को वक्फ कानून पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है क्या इस हमले में धर्म पूछकर गोली मारने वाली बातों का वक्त के फैसले पर कोई प्रभाव पड़ेगा सवाल ये भी है आज गोदी मीडिया बहुत सारे लोगों से सवाल पूछा रही है कि हर आतंकी मुसलमान ही क्यों होता है आतंकवाद का एक ही धर्म होता है तो मैं इसका जवाब भी देना चाहूंगी हर आतंकी मुसलमान इसलिए होता है क्योंकि आतंक की खेती करने वाला देश की मुस्लिम देश जिंस कश्मीर को पाकिस्तान हमसे अलग करना चाहता है। उस कश्मीर में बहुसंख्यक मुस्लिम हैं मुस्लिमों के बच्चों को बहकाकर हाथ में हथियार पकड़े जाते हैं पाकिस्तान कायर है डरपोक है अगर हिम्मत है कश्मीर को भारत से छीनने की तो आमने सामने की लड़ाई लड़ाई लेकिन वो नपुंसकों की तरह मुस्लिम नौजवानों के पीछे छुपता है अभी एक ही रास्ता है आतंकियों को चुन चुनकर खत्म किया जाए पहलगाम के जिंस 22 रन वैली में आतंकियों ने हमला करके 28 लोगों की जान ले ली उन्हें मौत के घाट उतार दिया
उस वैले में आम तौर पर सेना की तैनाती नहीं रहती वैसे तो कश्मीर की सड़कों पर आपको जगह जगह पर सैनिक खड़े दिखाई देंगे लेकिन पहलगाम की रैली में सैनिक नहीं होते जाने के लिए पहलगाम से घोड़े करने पड़ते हैं वहीं सोलन वैली जाने के लिए कोई सड़क नहीं है पहलगाम में आरू वैली बेताब वैली कई सारी घास और नदियों से भरी हुई खूबसूरत वै लिया है ये आतंकी हमला कश्मीर के टूरिज़म को जड़ से हिला देगा
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